Rajasthan News: राजस्थान सरकार ने पहाड़ी क्षेत्र में रहने वालों को दी बड़ी राहत, शुरू होंगे चार नए सेंटर
Rajasthan News : सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग सिरोही की ओर से आबूरोड ब्लॉक में 11 नए आधार सेंटर खोलने के लिए उच्च स्तर पर प्रस्ताव भिजवाया था। जिनमें से स्वीकृति मिलने पर चार नए आधार सेंटर शुरू कर दिए और अन्य दो सेंटर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। ये सेंटर भी करीब सप्ताहभर में संचालित होने की पूरी उमीद है। नवीन आधार सेंटरों से सबसे ज्यादा फायदा दूर-दराज के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों को होगा।
लगती थी लंबी कतार
निचलागढ़, जांबुडी, उपलागढ़, मूंगथला, गिरवर, चंडेला, भैसासिंह, सियावा, धामसरा सहित एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के गांवों के आदिवासियों को 25-30 किलोमीटर लंबा रास्ता पार कर आबूरोड शहर में स्थित आधार केंद्रों पर आना पड़ता था। उन्हें अपने काम के लिए घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ता था। कई बार तो इंटरनेट या अन्य तकनीकी खराबी के चलते बिना काम हुए लौट जाते थे। इससे आर्थिक नुकसान के साथ ही समय भी खराब होता था।
यहां नवीन आधार सेंटर शुरू
ब्लॉक में पंचायत समिति कार्यालय परिसर आबूरोड, खड़ात, मावल, चनार में नए आधार सेंटर शुरू हो चुके हैं। जबकि चंडेला और बहादुरपुरा में सेंटर स्थापित करने की कार्रवाई अंतिम दौर में है, जिनके अतिशीघ्र शुरू होने की उमीद है। आबूरोड शहर में दो बाल आधार सेंटर, एक आधार केंद्र आबूरोड मुय डाकघर व दानवाव स्थित शांतिवन में चल रहा है।
आसान होंगे ये कार्य
नए आधार सेंटर शुरू करने से प्रतियोगी परीक्षाओं के आवेदन, फोटो अपडेट, नाम परिवर्तन, जन्म तारीख, बायोमैट्रिक और डेमोग्राफी व स्कूली बच्चों के लिए अनिवार्य अपार आईडी के काम आसानी से हो सकेंगे। गौरतलब है कि आधार सेंटरों की कमी के चलते दिसंबर, 2024 में आबूरोड में तत्कालीन मुय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मृदुला व्यास के आग्रह पर आईटी विभाग ने मुय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर करीब एक माह शिविर लगाया था, जिसमें महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक दरबार स्कूल सहित आसपास के स्कूलों के करीब एक हजार बच्चे लाभान्वित हुए थे।
18 प्लस के आधार नहीं बन रहे
आबूरोड ब्लॉक में वर्तमान में संचालित आधार केंद्रों में से किसी में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के आधार बनाने की सुविधा नहीं है। ऐसे में ये लोग आधार बनवाने के लिए आबूरोड से करीब 30 किलोमीटर दूर पिंडवाड़ा ब्लॉक के स्वरूपगंज व नितोड़ा जाने को विवश