Rajasthan News : पिता की जगह बेटे को मिली थी नौकरी, अब बाघ हमले में रेंजर ने गंवाई जान; आज ही ज्वाइन की थी ड्यूटी
Rajasthan Ranthambhore News : राजस्थान से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। रणथंभौर नेशनल पार्क के जोगी महल गेट पर तैनात फॉरेस्ट गार्ड देवेंद्र चौधरी पर बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई। अधिक जानकारी के लिए बता दे की सवाई माधोपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक बड़ी ही दुखत खबर सामने आ रही है।
7 मई को उसे जोगी महल में पदस्थापित किया गया
मिली जानकारी के अनुसार बता दे की मृत्तक गुढ़ा वनरक्षक के पद पर तैनात था और हाल ही में उसका प्रमोशन हुआ था. 7 मई को उसे जोगी महल में पदस्थापित किया गया था, जहां उसे अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी. मृतक के पिता भी रणथंभौर में वनरक्षक थे. ड्यूटी के दौरान पिता की मौत होने पर 2017 में अनुकंपा नियुक्ति के आधार पर उसे नियुक्त किया गया था. वह अपने घर का एकलौता कमाने वाला था. अब उसके परिवार में बीवी और मृतक का डेढ़ साल का बेटा है।Rajasthan Ranthambhore
मंत्री ने दिए जाँच के आदेश
वही कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने इस घटना पर दुख जताते हुए वन विभाग से इस घटना को गंभीरता से लेने को कहा है. उन्होंने कहा कि वन विभाग को इसकी गंभीरता से जांच करनी चाहिए. जिसमें यह पता लगाना चाहिए कि क्या कोई आदमखोर बाघ है जो जगह-जगह इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है? या फिर कोई और वजह है जिसकी वजह से बाघों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है?
उन्होंने आगे कहा कि वे फॉरेस्ट गार्ड के परिवार के लिए सीएम और वन मंत्री से बात करेंगे उन्होंने इस संबंध में डीएफओ से भी बात की है. परिवार में डेढ़ साल का बेटा और विधवा है. उनके जीवन-यापन के लिए नियमानुसार सरकार से अधिकतम पैकेज दिलवाने का प्रयास करेंगे.
कैसे हुआ हादसा
हादसे के संबंध में मृतक के दोस्त अमित ने बताया कि वह आज (रविवार) दोपहर 12 बजे अपने दोस्त देवेंद्र चौधरी को अपनी कार से गुढ़ा चौकी से जोगी महल छोड़ने आया था, जहां 7 मई को वन अधिकारियों ने उसकी पोस्टिंग कर दी थी. वह उसे वहीं छोड़कर वापस चला गया.
वहां काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि फॉरेस्टर देवेंद्र चौधरी जोगी महल गेट से कुछ दूरी पर बन रहे दरवाजे का निर्माण कार्य देखने जा रहे थे. इसी दौरान छतरी के अंदर बैठे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया और उनकी गर्दन पर झपट्टा मारा. और उन्हें घसीटकर जंगल में ले गया. और 20 मिनट तक उनके शव के पास बैठा रहा. सूचना मिलने पर डीएफओ रामानंद भाकर मौके पर पहुंचकर घटना का निरीक्षण कियाRajasthan Ranthambhore
अस्पताल में डॉक्टर ने किया मृत घोषित
वनकर्मी देवेंद्र चौधरी के साथ हुई इस घटना को जब कर्मचारियों ने देखा तो उन्होंने तुरंत शोर मचाया. इसके बाद जोगी महल गेट पर मौजूद वनकर्मी मौके पर पहुंचे और शोर मचाकर बाघ को भगाया. इसके बाद वनकर्मियों ने वनकर्मी के शव को कैंपर में डालकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
16 अप्रैल को भी हुआ था हादसा
Rajasthan Ranthambhore उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले 16 अप्रैल को बाघिन टी-84 एरोहेड की छोटी बेटी कनकटी उर्फ अन्वी ने 7 वर्षीय गणेश को उसके परिवार के बीच ही शिकार बनाकर मार डाला था। अब महज 25 दिन बाद बाघ के हमले की एक और घटना सामने आई है, जो गणेश भक्तों और वनकर्मियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है.