श्री नउजी व्यास पंचायत संस्थान के तत्वाधान में आयोजित व्यास बगेची में चल रही कथा में राम सीता विवाह का वर्णन किया
Rajasthan news:-जैसलमेर, श्री नउजी व्यास पंचायत संस्थान के तत्वाधान में, व्यास बगेची में छठे दिवस की कथा में रमेश भाई ने राम सीता विवाह का वर्णन किया
देव ऋषि के यज्ञ में व्यवधान आने के कारण ,राजा दशरथ ने अपने पुत्रों को उनके साथ भेजा। यज्ञ आदि पूर्ण होने के पश्चात , ऋषि विश्वामित्र उन्हें मिथिला नरेश के यहां होने वाले स्वयंवर हेतु ले गए है, स्वयंवर में अनेकों देशों के बलशाली राजा महाराजा आए है।
जनक राजा ने स्वयंवर हेतु शिव जी के धनुष को जो तोड़े गा,वह ही सीता से व्याह करेगा यह कहा है। अनेकों बलबीरो ने प्रयास किया पर असफल रहे।राजा जनक प्रलाप करने लगे कि हे ईश्वर क्या इस दुनिया में कोई बलशाली नहीं है जो शिव जी के धनुष को तोड़ सीता से विवाह कर सके। तब मुनि द्वारा राम को निर्देश किया गया।राम जी ने शिव धनुष तोड़ राजा जनक की प्रतिज्ञा पूरी की।मिथिला में हर्ष की लहर फैल गई और राम सीता का विवाह धूमधाम से हुआ। विवाह गीत के भजनों से श्रोता आनंदित हुए।रमेश भाई व्यास द्वारा कथा में पधारी, संत बाई राम जी का शाल ओढ़ा कर स्वागत किया।
आज महाराज जी का स्वागत प्रकाश व्यास , आदु राम,भंवर लाल,जितेंद्र थानवी ने किया।