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SHOPPING COMPLEX : राजस्थान के इस शहर के रेलवे जंक्शन की छत पर बनेगा दो मंजिला शॉपिंग कॉप्लेक्स

शहर के रेलवे स्टेशन (जंक्शन) को आधुनिक लुक दिया जा रहा है। पहले चरण में विकास के कई काम चल रहे हैं

 

शहर के रेलवे स्टेशन (जंक्शन) को आधुनिक लुक दिया जा रहा है। पहले चरण में विकास के कई काम चल रहे हैं अथवा पूरे हो चुके हैं। दूसरे चरण में स्टेशन की छत पर दो मंजिला शॉपिंग कॉप्लेक्स बनाने की योजना है। इसका प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा गया है। बताते हैं कि कुछ सुधार के बाद इस प्लान को धरातल पर उतारने की योजना है।RAJASTHAN NEWS

 

मुंबई के ठाणे व भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाया जा रहा है। वहां शॉपिंग कॉप्लेAक्स बनेंगे। ठाणे में तो 11 मंजिल का शॉपिंग कॉप्लेक्स बनाने की योजना है। भोपाल के हबीबगंज में भी यह योजना प्रक्रियाधीन है। इसी तर्ज पर अलवर रेलवे स्टेशन के पहली व दूसरी मंजिल पर शॉपिंग कॉप्लेक्स बनाने की योजना है। बताते हैं कि करीब 30 दुकानें एक तल पर बन सकेंगी।RAJASTHAN NEWS

 

यह बना आधार 

 दिल्ली-अलवर रैपिड रेल प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। यहां रैपिड रेल कॉरिडोर बनना है। देश की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन अलवर स्टेशन से होकर गुजरेगी। ऐसे में इस मार्ग पर जितने भी रेलवे स्टेशन आएंगे, उन्हें बेहतर बनाने की दिशा में रेल मंत्रालय कदम उठा रहा है।

 यहां के एक सीनियर लीडर ने भी पैरवी की है कि यहां शॉपिंग कॉप्लेक्स बनाया जाए। इसी के तहत इंजीनियरों ने प्रस्ताव तैयार किया है। रेलवे के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि इसका प्रस्ताव रेल मंत्रालय के पास भेजा गया है।RAJASTHAN NEWS

स्थानीय उत्पादों की भी हो सकेगी बिक्री

बताते हैं कि इस कॉप्लेक्स में स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए भी जगह आरक्षित होगी। कपड़े से लेकर हस्तकला से जुड़े उत्पाद रखे जा सकेंगे। ब्रांडेड चीजें भी मुहैया हो सकेंगी। यानी टूरिस्ट आएंगे तो खरीदारी भी कर सकते हैं और यात्रियों को भी यहां खरीदारी का मौका मिल सकेगा।RAJASTHAN NEWS

मुंबई के ठाणे रेलवे स्टेशन पर 11 मंजिल का शॉपिंग कॉप्लेक्स बनेगा। उसमें मॉल, ऑफिस स्पेस और रिटेल शॉप की सुविधा होगी। स्टेशन के बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा होगी। रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी और ठाणे यूनिसिपल कॉरपोरेशन मिलकर इसको बना रहे हैं। 

इसी तरह भोपाल के हबीबगंज में सुविधाएं दी जाएंगी। अलवर में भी इस तर्ज पर सुविधाएं दी जा सकती हैं। कार्यालयों के लिए भी जगह मिल सकती है।