राजस्थान में बनकर तैयार हुई देश की सबसे बड़ी 8.75 KM लंबी वाटर टनल; 637 गांवों को होगा जबरदस्त फायदा
Rajasthan News : राजस्थान के लोगों के लिए इस वक्त की बड़ी ही अच्छी खबर सामने आ रही है। बता दे की हड़ौती के तीन जिलों झालावाड़, बारां और कोटा के लिए ईआरपीसी के तहत बहुप्रतीक्षित परवान मेगा बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना के तहत अकवाडकलां गांव में परवान नदी पर बांध का निर्माण तेज गति से चल रहा है।वहीं, दाहिनी ओर की मुख्य नहर पर बनी देश की सबसे बड़ी जल सुरंग का काम पूरा हो चुका है।
90 किलोमीटर क्षेत्र में मिलेगा लाभ
8.75 किलोमीटर लंबी दाहिनी ओर की मुख्य नहर से बारां जिले के 90 किलोमीटर क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।वर्तमान में, बांध के सभी द्वारों पर काम अंतिम चरण में है, जबकि अन्य निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।परवान बांध 38 मीटर ऊंचा है और इसकी क्षमता 490 मिलियन क्यूबिक फीट है।
637 गांवों में 2.02 लाख हेक्टेयर भूमि में करेगी सिंचाई
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के 25 या 26 अप्रैल को बांध और सुरंग का निरीक्षण करने की संभावना है।मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम को देखते हुए झालावाड़ और बारां के जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।जल संसाधन विभाग के अनुसार, परवान सिंचाई परियोजना SCADA नियंत्रित दबाव पाइप फव्वारा प्रणाली के माध्यम से 637 गांवों में 2.02 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रदान करेगी।
इसके अलावा 1821 गांवों में पेयजल, बिजली उत्पादन और वन्यजीवों के लिए पानी सुनिश्चित किया जाएगा।इसके लिए 61 डिग्गियां बनाई जाएंगी, जिसमें 19 बाईं ओर और 33 दाईं ओर होंगी।9 डिग्गियां शेरगढ़ अभयारण्य क्षेत्र में सिंचाई और पीने का पानी भी प्रदान करेंगी।
खानपुर क्षेत्र में 38 किलोमीटर में 12 और सांगोड क्षेत्र में 14 किलोमीटर में 7 डिग्गियों का निर्माण किया जा रहा है।नहरों से पाइप से पानी दिग्गी पंप हाउस तक पहुंच जाएगा, जहां से 3000 हेक्टेयर क्षेत्र को पाइपलाइन के माध्यम से सिंचित किया जाएगा।
पहले चरण में खानपुर तहसील के 81 गांवों और सांगोड के 48 गांवों में 43,159 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।बाएँ मुख्य नहर से सरोला कलां की खाड़ी से खरंद नदी तक और दूसरे चरण में फुंगाहेड़ी गांव में सुनसान नदी में पानी छोड़ने का प्रस्ताव है।
इससे देवली, दांडिया, धुले, हरिश्चंद्र सागर नहर, सीएडी I और II और भीमसागर नहरों को जोड़ने से 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई का पानी मिलेगा।परवान बांध में कुल 21 ब्लॉक, 15 ओवरफ्लो और 6 नॉन-ओवरफ्लो सीमेंट कंक्रीट के काम पूरे हो चुके हैं।दीर्घा का निर्माण भी पूरा हो चुका है।इसके 10 में से पांच द्वार तैयार हैं, शेष कार्य प्रगति पर है।
देश की सबसे बड़ी जल सुरंग तैयार हो चुकी है। परवन बांध का निर्माण कार्य 92 फीसदी पूर्ण किया जा चुका है। बांध के 10 गेट लग चुके है। दो गेट के फ्रेम लगा दिए हैं।शेष गेट कार्य दो सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा।- अजित जैन, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग वृत, झालावाड़