राजस्थान में इस नई रेलवे लाइन को मिली मजूरी, बीकानेर-जैसलमेर व जोधपुर की चमक उठी किस्मत
Rajasthan New Railway Line : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पश्चिमी राजस्थान में रहने वाले लोगों को एक बड़ा तोहफा दिया है। गुरुवार रात को एक्स पर पोस्ट करते हुए, उन्होंने रामदेवरा से पोखरण वाया भैरव गुफा और कैलाश टेकरी के बीच एक नई रेलवे लाइन की मंजूरी के बारे में जानकारी साझा की। इस निर्णय से बीकानेर-जैसलमेर और जोधपुर-जैसलमेर के बीच चलने वाली ट्रेन की यात्रा में लगभग 45 मिनट की बचत होगी।
रेल मंत्री के अनुसार, पोखरण-रामदेवरा के बीच रेलवे लूप लाइन के विस्तार का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इस लूप ट्रैक को पोखरण-रामदेवरा के बीच 13.38 किलोमीटर तक बढ़ाया जाएगा। इस लूप ट्रैक के बनने से पोकरन में ट्रेन को आधे घंटे तक खड़ा रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे 45 मिनट के पैसेंजर्स की बचत होगी। जैसलमेर से पहले 1935 में पोखरण में एक रेलवे स्टेशन बनाया गया था।
लेकिन लोगों को उस समय की गई गलती का खामियाजा आज तक भुगतना पड़ता है। उस समय ट्रेन केवल पोखरण तक आती थी, इसलिए रामदेवरा से पोखरण तक ट्रैक बनाया गया था। इसके बाद जब जैसलमेर रेलवे स्टेशन बनाया गया तो उसी पटरी से पटरी को वापस बनाया गया, ताकि अगर ट्रेन जैसलमेर से जोधपुर या बीकानेर जाए तो पोखरण में रुकने पर उसके इंजन को आगे से पीछे बदलना पड़े।
पूरी प्रक्रिया में लगभग 30 मिनट लगते थे, जिसमें यात्रियों का समय बर्बाद होता था। इस पटरियों में सुधार कर यात्रियों की इस समस्या को दूर करने की लंबे समय से मांग की जा रही थी, जिस पर रेल मंत्रालय ने गुरुवार को 13.38 किलोमीटर लंबी पटरियों के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
अब इस लूप ट्रैक का निर्माण रेलवे द्वारा कैलाश टेकरी, भैरव गुफा और चिल्लई माता मंदिर से रामदेवरा तक किया जाएगा, ताकि ट्रेन के इंजन को बदलना न पड़े।
परमाणु शहर पोखरण के निवासियों की मांग पर केंद्र सरकार द्वारा दिए गए इस उपहार को लेकर शहरवासियों में खुशी की लहर है।