बिनाणी कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विषेष शिविर का समापन
Movie prime

बिनाणी कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विषेष शिविर का समापन

 
बिनाणी कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विषेष शिविर का समापन
THE BIKANER NEWS:- बीकानेर, महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विषेष षिविर के समापन समारोह का आगाज मुख्य अतिथि आचार्य मनोज दीक्षित, कुलपति, महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय, विषिष्ठ अतिथि डॉ. हेमेन्द्र अरोड़ा, जिला समन्वयक, रासेयो,बीकानेर, अध्यक्ष, गौरीषंकर व्यास, सचिव बिनानी कन्या महाविद्यालय, एवं प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्य ने माँ सरस्वती के चरणों में पुष्प सुमन अर्पित कर किया। कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत माँ शारदे के तेलचित्र के समक्ष अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वल व पुष्प सुमन अर्पित करके हुई। इसी दौरान स्वयं सेविकाओं ने सरस्वती वंदना का सस्वर संगीत के साथ वादन किया। इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के गीत ‘‘उठे समाज के लिए उठे बढ़े.....’’ गीत का प्रस्तुति करण किया गया। कार्यक्रम को में उपस्थिति अतिथियों के स्वागत में महाविद्यालय की संगीत विभाग की छात्रा खुषी पंचारिया ने पधारो म्हारे देष की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर माननीय प्रो. दीक्षित भावविभोर हो गये। अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्य ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल उद्देष्य मैं नहीं आप की भावना को रेखांकित करना है। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि सेवा करने के मूल्यों की स्थापना विद्यार्थी जीवन से ही प्रारम्भ होती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय, बीकानेर के कुलपति आचार्य मनोज जी दीक्षित ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसा कौनसा कार्य है जो हमारी छात्र-षक्ति नहीं कर पाती। उनमें इतनी उर्जा, उत्साह व उमंग भरी होती है कि उनके लिए कोई कार्य असम्भव नहीं है। राष्ट्रीय सेवा योजना ऐसा ही एक मंच है जो उनके उत्साह व उर्जा को सार्थक दिषा में संचालित करता है। अपने व्यक्तिगत अनुभव को सांझा करते हुए बताया कि कोरोना काल में उन्होंने व उनकी टीम ने मास्क बनाने व बांटने के लिए कहा तो 7 दिन में न सिर्फ 10000 मास्क तैयार किये गये बल्कि उनकी टीम ने छोटे-छोटे टारगेट लेकर उन्हें वितरित भी कर दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे बताया कि हमें इस परिसर को षिक्षा को आम जीवन के साथ जोड़ने की जरूरत है, उन्होंने छात्राओं से अपील की कि वे गीता का अध्ययन नियमित करें, क्योंकि यह एक ऐसी पुस्तक जो आपके सवालों, भ्रमों, संदेहों, धर्म-संकटों को उत्तर देती है। प्रो दीक्षित ने अपने उद्बोधन के अन्तिम चरण में छात्राओं को परम्परागत नुस्खे अपने दादी-नानी से आवष्यक रूप से सीखने चाहिए साथ ही उन्हें भविष्य में उपयोग हेतु वर्तमान में प्रयोग में लेना चाहिए और उनकी सभी रेमेण्डीज को सीखना चाहिए। कार्यक्रम के अगले चरण में विषिष्ठ अतिथि डॉ. हेमेन्द्र अरोड़ा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना समूह में कार्य करने की आदत को विकसित करता है और यही आदत आगे चलकर राष्ट्रीय एकात का निर्माण करती है जो तमाम विभिन्नताओं एवं असहमतियों के बावजूद भी हमें मनुष्यता का पाठ पढ़ाती है। कार्यक्रम के अध्यक्ष गौरीषंकर व्यास, सचिव बिनानी कन्या महाविद्यालय ने पधारे हुए अतिथियों का आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि सेवा एक मूल्य है जिसे स्वयं को त्यागकर ही सीखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सेवा का लाभ उतना प्राप्तकर्ता को नहीं होता जितना कि स्वयं देने वाले को होता है। उन्होंने प्रो. दीक्षित की बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि गीता में प्रष्नों का सिलसिला लगातार चला तभी गीता का निर्माण हुआ उन्होंने दीक्षित सर से आग्रह किया कि वर्तमान में षिक्षा पद्धति उत्तर देने वाली पद्धति है इसे प्रष्न करने वाली पद्धति में निर्मित किया जाये तो अधिक उपयोगी होगा। इसी क्रम में उन्होंने दीक्षित सर को एवं जिला समन्वयक रासेयो,बीकानेर के डॉ. हेमेन्द्र अरोड़ा को महाविद्यालय के प्रारम्भ से अब तक की विषेषताऐं बतायी। कार्यक्रम के समापन पर रासेयो की तीनों इकाईयों के प्रभारियों एवं महाविद्यालय सचिव व प्राचार्या ने आगन्तुक मेहमानों को शॅाल एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में रासेयो इकाई के डॉ. अनिता मोहे, श्री रामकुमार व्यास एवं डॉ. अषोक व्यास ने कार्यक्रम का संचालन किया। join news group👇👇👇 https://chat.whatsapp.com/EHeB9MrhfZM0SKgzg2YnLD