भामाशाह मूंधड़ा परिवार 2.40 करोड़ रुपए की लागत से दृष्टिबाधित छात्राओं के लिए बनवाएगा छात्रावास,भवन निर्माण पूर्व हुआ भूमि पूजन और शिलान्यास
विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी और विधायक श्री जेठानंद व्यास ने किया शिलान्यास
*केंद्रीय मंत्री ने दूरभाष पर दी शुभकामनाएं, जिला कलेक्टर ने किया अवलोकन*
बीकानेर, 27 सितंबर । राजकीय नेत्रहीन छात्रावासित उच्च माध्यमिक विद्यालय पटेल नगर में दृष्टिबाधित छात्राओं के लिए बनने वाले प्रदेश के पहले छात्रावास के नए भवन का शिलान्यास एवं भूमि पूजन कार्यक्रम शनिवार को आयोजित हुआ। श्रीमती सीएम मूंधड़ा फाउंडेशन मुंबई द्वारा 2 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से यह भवन बनाया जाएगा। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े और भामाशाह मूंधड़ा परिवार तथा प्रेरक द्वारका प्रसाद पचीसिया का इस सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि बीकानेर भामाशाहों की नगरी है और यहां के भामाशाह शिक्षा, चिकित्सा सहित आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए सहयोग करने से कभी पीछे नहीं हटते।
बीकानेर (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने कहा कि मूंधड़ा परिवार द्वारा अपनी मातृभूमि के लिए किया जा रहा यह कार्य अत्यंत पुण्यदाई है, जो कि बच्चों के भविष्य निर्माण के मद्देनजर महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह कार्य करने वाले मूंधड़ा परिवार और इसके प्रेरक श्री पचीसिया को आने वाली पीढ़ियों द्वारा याद किया जाएगा।
बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि शहर के विकास में भामाशाहों का योगदान सदैव वंदनीय रहा है। इसमें मूंधड़ा परिवार सबसे आगे है। इनके द्वारा 100 करोड़ से अधिक रुपए की लागत से मेडिसिन विंग का निर्माण करवाया गया है। वहीं कई स्कूल, कॉलेज और अन्य आधारभूत सुविधाओं का विकास इन्हें विशेष स्थान दिलाता है। उन्होंने 'मेरी मातृभूमि मेरी जिम्मेदारी' अभियान के बारे में बताया और कहा कि इसके क्रियान्वयन में भी मूंधड़ा परिवार और श्री डीपी पचीसिया का बड़ा योगदान रहा है।
श्री ब्रह्म गायत्री सेवा आश्रम के अधिष्ठाता पंडित रामेश्वरानंद ने कहा कि पर मातृ, पितृ और आचार्य के साथ 'राष्ट्र देवो भवः' के भाव जागृत करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मातृभूमि के लिए कुछ करने का भाव सबसे बड़ा होता है।
श्रीमती सुमन छाजेड़ ने कहा कि मूंधड़ा परिवार द्वारा बनाया जाने वाला यह भवन केवल ईट और चूने का ढांचा नहीं है। यह बालिकाओं के सशक्त भविष्य निर्माण का माध्यम बनेगा।
श्री मोहन सुराणा ने कहा कि निस्वार्थ भाव से काम करते हुए इतनी बड़ी राशि व्यय करना महत्वपूर्ण है। इस दौरान बाबूलाल सांखला और अनंतवीर जैन ने भी विचार रखे।
जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री द्वारका प्रसाद पचीसिया ने बताया कि छात्रावास में 8 शयन कक्ष, डाइनिंग हॉल, किचन मय स्टोर, स्टोर रूम, रिसेप्शन हॉल, वार्डन रूम, 2 ब्लॉक कॉमन टॉयलेट व बाथरूम, बरामदा, बिल्डिंग के बीच कोर्टयार्ड आदि बनाया जाएगा। उन्होंने बच्चों के लिए मेस भत्ता बढ़ाए जाने पर राज्य सरकार का आभार जताया। उन्होंने बताया कि मूंधड़ा परिवार द्वारा बनाया गया मेडिसिन विंग अगले माह प्रदेश को समर्पित कर दिया जाएगा।
इससे पहले वैदिक मंत्रों के साथ श्री पवन पचीसिया एवं श्रीमती संगीता पचीसिया ने भूमि पूजन किया। अतिथियों ने शिला पट्टिका का अनावरण किया। आनंद पारीक ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन रवींद्र हर्ष और ज्योति प्रकाश रंगा ने किया। कार्यक्रम में श्रीराम सिंगी और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ महेंद्र शर्मा अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
*जिला कलेक्टर ने किया अवलोकन, परिवार सहित जुड़े श्री मूंधड़ा*
इस दौरान जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने स्कूल का अवलोकन किया तथा भूमि पूजन स्थल को देखते हुए नए बनने वाले भवन के ले आउट की जानकारी ली। वहीं भामाशाह श्रीकिशन मूंधड़ा अपने परिवारजनों सहित वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े। जिला कलेक्टर ने श्री मूंधड़ा से दूरभाष पर बात कर इस सहयोग के लिए आभार जताया और कहा कि उनका यह सहयोग बालिकाओं के लिए लाभदायक साबित होगा। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सोहनलाल साथ थे।
*केंद्रीय मंत्री ने श्री मूंधड़ा से दूरभाष पर की बात, दी बधाई*
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने भामाशाह श्री श्रीकिशन मूंधड़ा से दूरभाष पर बात की और भवन निर्माण के सहयोग के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मूंधड़ा परिवार द्वारा बीकानेर के लिए दिया जा रहा सहयोग अविस्मरणीय और अनुकरणीय है। मूंधड़ा परिवार द्वारा नापासर के साथ बीकानेर में शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वच्छता पर करोड़ों रुपए का दान दिया है, इसे लंबे समय तक याद किया जाएगा।
इस दौरान स्कूल प्राचार्य अल्ताफ अहमद, सुमन स्वामी, पीबीएम अधीक्षक डॉ सुरेंद्र वर्मा, शशि मोहन मूंधड़ा, सत्यनारायण राठी, कन्हैया लाल बोथरा, एड. राजेश लदरेचा, श्याम सुंदर सोनी, ओम प्रकाश करनानी, नरेश मित्तल, वीरेंद्र किराडू, के के मेहता, मनीष सिपानी, नरेश सुराणा, कुणाल कोचर, अशोक गहलोत, डॉ. जितेंद्र आचार्य, विनोद गोयल, किशन सिंगी, डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली, शिवरतन पुरोहित, राजकुमार पचीसिया, जगमोहन मोदी, रमेश हुरकट, विजय मालू, सत्यनारायण राठी, भंवर लाल चांडक, अश्विनी पचीसिया, टीकूराम चौधरी, आनंद पेडीवाल, किशन मूंधड़ा, रघुवीर झवर, पिंटू राठी, रोहित पित्ती, पुनीत शर्मा, संतोष आसोपा, देवकिशन यादव और पूनम राइका सहित अनेक लोग मौजूद रहे।