बीकानेर:-मकान की छत गिरने से मासूम दबी,बिजली के पोल में दौड़ा करंट,गाय की मौत, हर साल बरसातों में होते है हादसे,प्रसाशन नींद में!
THE BIKANER NEWS:-बीकानेर, राजस्थान में मानसून दस्तक देने वाला है। बारिशों का दौर शुरू हो चुका है।बीकानेर सहित कई जिलो में सोमवार शाम के बाद हल्की और तेज़ बारिश हुई। बीकानेर जिले में हुई पहली ही बारिश ने खोली जिला प्रसाशन की व्यवस्थाओं की पोल। मानसून से निपटने के दावो में नज़र आई खामियां। बरसात की वजह से बिजली के पोल में करंट प्रवाह होने से गाय आई चपेट में और हुई मौत,वही दूसरी घटना में मकान की छत गिरने से छोटी बच्ची मलबे में दबी। समय रहते नगर निगम,यूआईटी और जिला प्रसाशन नही चेता तो हो सकते है बड़े हादसे।
मकान की छत गिरने से मासूम दबी
लूणकरणसर कस्बे के चक 282 आर. डी. में लूणकरणसर निवासी हरूनाथ हिस्से पर खेती करते हैं। वे अपने परिवार के साथ खेत में बने कच्चे मकान में रहते हैं। मंगलवार की सुबह हुई बारिश के बाद अचानक मकान की छत गिर गई उन्होंने बताया कि सात माह की पौती उस समय घर के अंदर सोई हुई थी जो मलबे में दब गयी। ग्रामीणों की मदद से बच्ची को बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल पहुँचाया,बच्ची के चोट आई है।जबकि वे और अन्य परिजन घर के बाहर अपने-अपने काम में लगे हुए थे। इस लिए हम सब सुरक्षित है। जबकि घर का सारा समान मलबे ने दब गया।
करंट के चपेट में आने से गाय की मौत
आज मंगलवार सुबह ही नयाशहर थाना क्षेत्र के नत्थूसर गेट के बाहर लालीमाई पार्क से आगे किराडू बगेची भालचंद्र गणेश मंदिर के पास लगे बिजली के पोल में दौड़ा करंट,जिसकी चपेट में आने से गाय की मौत हो गई। हर साल बरसात में कई बिजली के पोल है जिनमे आने लगता है करंट जिसकी चपेट में आकर जाती है गौवंस कि जान।शहर में ऐसे कई पोल है जो खतरनाक है जिन में बारिश की वजह से करंट दौड़ सकता है। समय रहते बिजली विभाग को ऐसे पोल को चिन्हित कर के सुरक्षा के उपाय करने चाहिये अन्यथा कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
पुराने घर दे रहे है हादसों को न्योता
शहर के अंदरूनी इलाके की गलियों में कई ऐसे पुराने और क्षतिग्रस्त अवस्था मे घर है जो बारिश में कभी भी भरभराकर गिर सकते है। हर साल ऐसे घरो से हादसे होते भी है लेकिन प्रसाशन नही चेत रहा है। बस घरो पर नोटिस चस्पा कर के इतिश्री कर लेता है। शहरी परकोटे के अंदर ऐसे कई मकान मालिकों को नोटिस देकर भूल जाता है प्रसाशन, प्रसाशन को ऐसे घरो को चिन्हित कर के तुरंत उनको जमीदोज करवा देना चाहिए अन्यथा कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। पिछले साल भी कई ऐसे मकान टूट कर धरासाई हो गए थे। अब भी अगर प्रसाशन की नींद नही खुली तो..
नाले ओवरफ्लो
मानसून की बारिश में हर बार शहर के टूटे नाले हो जाते है ओवरफ्लो जिसकी वजह से कई बार बाइक या अन्य वाहन चालक होते है हादसों के शिकार समय रहते प्रसाशन नही देगा इन पर ध्यान तो हो सकता है हादसा।