बीकानेर। सामाजिक संस्था ‘एक जैन एक मंच’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर महाराष्ट्र के पंढरपुरी स्थित 350 वर्ष पुराने भगवान श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर को सड़क चौड़ीकरण के नाम पर तोड़े जाने के जारी नोटिस का कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
संस्था के अध्यक्ष सौरभ फलोदिया ने बताया कि यह मंदिर जैन समाज की आस्था का प्रतीक है, और इसे तोड़ने का निर्णय जैन धर्म की भावनाओं पर सीधा आघात है। उन्होंने कहा कि यह नोटिस पूरी तरह अनुचित और अस्वीकार्य है।
संस्था के सचिव विवेक लूणिया ने कहा कि बीते समय में जैन मंदिरों और साधु-संतों पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिससे समाज में गहरा आक्रोश है।
वहीं कोषाध्यक्ष कुशल बाफना ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने समय रहते इस निर्णय को निरस्त नहीं किया, तो देशभर में जैन समाज व्यापक विरोध प्रदर्शन करेगा।
👉 संस्था ने केंद्र सरकार से मांग की है कि पंढरपुरी जैन मंदिर को तोड़ने के नोटिस को तुरंत रद्द किया जाए और जैन समाज की आस्था की रक्षा सुनिश्चित की जाए।

