Rajasthan News : राजस्थान के बीकानेर में हर साल 43 हज़ार से ज़्यादा हाथ थामते हैं किसी अनजान की सांसे, करते है ये पुण्य का काम
Rajasthan News :बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में हर साल औसतन 150 से अधिक रक्तदान शिविर आयोजित होते हैं। इनमें एकत्रित रक्त यूनिट्स में से 20 हज़ार से ज्यादा यूनिट केवल इन शिविरों से मिलते हैं। यहां किसी मरीज को खून देने से मना नहीं किया जाता, चाहे वह लावारिस हो या गरीब। पीबीएम ब्लड बैंक के मुताबिक, तकरीबन 42,341 यूनिट रक्त हर साल जरूरतमंद मरीजों को दिया जाता है।Rajasthan News
रक्तदान कोई साधारण दान नहीं है। यह वह ‘महादान’ है जिससे किसी की डूबती सांसों को किनारा मिलता है। बीकानेर जैसे शहर में, जहां एक ओर तापमान आसमान छूता है, वहीं दूसरी ओर इंसानियत की नब्ज हर साल और मजबूत होती जा रही है 43,151 रक्तदाताओं के स्पर्श से।Rajasthan News
हर रक्त यूनिट को एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और सी, मलेरिया और सिफिलिस जैसी बीमारियों के लिए जांचा जाता है। संदिग्ध रक्त को उपयोग में नहीं लिया जाता। हर कदम पर सावधानी, ताकि ज़िंदगी बहे भरोसे के साथ।
रक्तदान:
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. नवरंगलाल महावर कहते हैं कि एक समय था जब लोग रक्तदान से डरते थे। आज बीकानेर में हर दिन कहीं न कहीं शिविर लग रहा है। पुरुष हर 3 माह में और महिलाएं हर 4 माह में रक्तदान कर सकती हैं।ajasthan News
विश्व रक्तदान दिवस कार्ल लैंडस्टीनर के जन्मदिन पर मनाया जाता है, जिन्होंने ब्लड ग्रुप की खोज कर अनगिनत ज़िंदगियों को दिशा दी।
बीकानेर में रक्तदान की तस्वीर
43,151 यूनिट रक्तदान हर साल150 से अधिक शिविर
42,341 यूनिट रक्त प्रति वर्ष मरीजों को चढ़ाया गया
21,000 रक्तदाताओं ने अपने मरीज के लिए स्वयं किया रक्तदान Rajasthan News
तीन माह में एक बार रक्तदान जरूरी
टॉपिक एक्सपर्टडॉ. नवरंगलाल महावर, प्रभारी ब्लड बैंक पीबीएम अस्पताल
विश्व रक्तदान दिवस 14 जून को अमरीका के वैज्ञानिक कार्ल लैंड स्टीनर्स के जन्म दिन पर मनाया जाता है। उन्होंने सबसे पहले ब्लड ग्रुप ए,बी और ओ की खोज की थी।rajasthan News
इसके बाद रक्त का आदान-प्रदान होने लगा। वर्ष 1938 में रक्त में पॉजीटिव और नेगेटिव की खोज हुई। आमतौर पर स्वस्थ पुरुष को तीन माह में एक बार और महिला को चार माह में एक बार रक्तदान करना चाहिए। स्वस्थ मनुष्य 18 से 60 साल तक रक्तदान कर सकता है।rajasthan News