कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की जयंती पर तीन दिवसीय समारोह 10, 11 व 12 को होंगे।
समारोह संयोजक वरिष्ठ शायर क़ासिम बीकानेरी ने बताया कि समारोह के प्रथम दिन 10 अक्टूबर शुक्रवार को सांय 6 बजे कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की चर्चित कविताओं का आठ भारतीय भाषाओं में अनुवाद का वाचन होगा,जो अपने आप में एक नवाचार है। इसी कड़ी में प्रथम दिन कीर्तिशेष रंगा के विराट व्यक्तित्व और कृतित्व पर बतौर मुख्य वक्ता वरिष्ठ आलोचक एवं शिक्षाविद् डॉ. उमाकांत गुप्त संक्षिप्त में अपनी बात रखेंगे।
संयोजक क़ासिम बीकानेरी ने बताया कि रंगा की कविताआंे का संस्कृत अनुवाद श्रीमती इला पारीक, मैथली-मगही में डॉ.चंचला पाठक, अंग्रेजी में पुनीत कुमार रंगा, उर्दू में क़ासिम बीकानेरी, बंगाली में पूर्णिमा मित्रा, राजस्थानी में जुगल किशोर पुरोहित एवं राजस्थानी से हिन्दी में अनुवाद का युवा कवि विप्लव व्यास वाचन करंेगे।एवं सिंधी भाषा में रंगा की कविताओं का अनुवाद पीताम्बर सोनी करंेगें।
सहसंयोजक युवा शिक्षाविद् राजेश रंगा एवं युवा कवि गिरिराज पारीक ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन 11 अक्टूबर शनिवार को सांय 6 बजे कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा को समर्पित काव्य संध्या का आयोजन रखा गया है। इस आयोजन में विशेष तौर से आमंत्रित नगर के तीन पीढ़ी के रचनाकार अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का वाचन करेगे। समारोह के तीसरे दिन 12 अक्टूबर रविवार को प्रातः कीर्तिशेष रंगा की जयंती के अवसर पर पौधारोपण एवं गायों को चारा गुड़ आदि का वितरण किया जाएगा।