बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के पन्ने खोलने किए शुरू,फर्स्ट पार्ट में खोले तीन पन्ने
राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के पन्ने खोलने शुरू कर दिए हैं. राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए लाल डायरी के पन्ने जारी किए. धर्मेंद्र राठौड़ की इस लाल डायरी में मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत से धर्मेंद्र राठौड़ की बातचीत के अंश लिखे हुए हैं.
क्या है लाल डायरी के पन्नों में
राजेंद्र गुढ़ा की ओर से जारी किए गए पन्नों में धर्मेंद्र राठौड़ की हैंड राइटिंग में लिखा दिखाई दे रहा है कि वैभव जी और मेरी दोनों की RCA चुनाव खर्चे को लेकर चर्चा हुई कि किस तरह भवानी सामोता किस तरह तय करके भी लोगों के पैसे नहीं दे रहा है. घर पर राजीव खन्ना और भवानी सामोता आए, आरसीए चुनाव का हिसाब किया. भवानी सामोता ने ज्यादातर लोगों से जो वादा किया है वो पूरा नहीं किया है…मैंने कहा यह ठीक नहीं है. आप इसे पूरा करो तो भवानी सामोता ने कहा कि मैं सीपी साहब की जानकारी में डालता हूं. फिर आपको 31 जनवरी तक बताता हूं. आपको बता दें कि भवानी समोसा पूर्व RAS और मौजूदा वक्त में आरसीए के सचिव हैं साथ यह दावा किया जाता है कि वह विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के गरीबी है.
जल्द लाउंगा लाल डायरी पार्ट-2
वहीं राजेंद्र गुढ़ा ने सवाल उठाते हुए कहा कि मैं प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से पूछना चाहता हूं मैंने मां बहन बेटियों की सुरक्षा की बात की. इसमें गलत क्या किया? किस बात की माफी मांगू राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मेरे खिलाफ रोजाना नए मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. एक मुकदमा आज ही हो रहा है. एक मुकदमा 2 दिन बाद हो रहा है. जिस तरह से मेरे खिलाफ यह मुकदमा किए जा रहे हैं. मैं भी रणनीति के तहत डायरी के पन्ने जारी करूंगा. साथ ही गुढ़ा ने यह भी कहा कि लाल डायरी के कुछ पन्ने मिसिंग है, लेकिन मेरे पास जो पन्ने हैं वह मैं जरूर जारी करूंगा स्टेप बाय स्टेप जारी करूंगा. मैं जेल से बाहर रहा तो मैं लगातार पन्ना जारी करता रहूंगा और अगर जेल गया तो कोई और आकर मेरी जगह पन्ने जारी करेगा.
राजेंद्र गुढ़ा ने चुनौती देते हुए कहा कि मुझे अंदर डालकर देखे सरकार, मैं वेलकम करता हूं. अगर मुझे सरकार ने जेल में डाला तो सरकार के समाचार समाप्त हो जाएंगे. वंस अपॉन अ टाइम देयर वाज अ अशोक गहलोत. साथ ही गुढ़ा ने यह भी कहा कि मैं जल्द ही पार्ट टू लेकर भी सामने आऊंगा.
बीजेपी से मेरी मिलीभगत के सबूत दें
गुढ़ा ने कहा कि मैं 15 सालों से इनके साथ हूं. 6 बार इनके कहने पर राज्यसभा में वोट किया. दो बार राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट किया. संकट में इनकी सरकार बचाई. यह पता नहीं था कि आखिरी सत्र के आखिरी दिन मेरे साथ यह किया जाएगा. गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान की सबसे बड़ी पंचायत में जिस तरह मेरी डायरी छीनी गई. छिनने वालों ने कोई पाप नहीं किया क्या? गुढ़ा ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या उनका निष्कासन नहीं होना चाहिए. जिसने डायरी छीनी. उसके खिलाफ कुछ नहीं बनता क्या? राजेंद्र गुढ़ा आगे बोलते हैं कि अगर कांग्रेस मेरी बीजेपी से मिलीभगत की बात कहती है. इस मामले में उन्हें सबूत देने चाहिए.
राजस्थान की 36 कौम ने मुझे जिताया
वहीं ब्लैकमेल करने के सवाल पर गुढ़ा ने कहा कि अगर 15 सालों से मैं ब्लैकमेल कर रहा हूं तो इन 15 सालों में मैंने उनसे क्या-क्या ले लिया. यह क्यों नहीं बताते हैं. प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लाल डायरी का जिक्र करने पर कहा कि यह उनका सब्जेक्ट है. वह हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री हैं. मुख्यमंत्री गहलोत के पांव में चोट के सवाल पर गुड़ा ने कहा कि मैं इतना बड़ा आदमी नहीं हूं कि जाकर मुख्यमंत्री के दोनों पैर की पट्टी खोल दो और दिखा दूं कि उनके पैर में चोट लगी भी है या नहीं. लेकिन मैं उस पट्टी को खोल भी नहीं सकता. जिस तरह 36 कौम ने मुझे भेजा है ना मेरे पास बड़ी जाति है और ना ही पार्टी. मैं कांग्रेस और बीजेपी के नाम पर जीत कर नहीं आता हूं. गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान की 36 कौम ने मुझे उम्मीदों के साथ जिता कर भेजा था.
वहीं आरपीएससी पर राजेंद्र गुढ़ा ने सवाल उठाते हुए कहा कि पेपर बन भी रहे और पेपर आउट भी हो रहे हैं. बाबूलाल कटारा जब जेल में जाता है, उससे पूछताछ होती है तो उसे बनाने वाले से क्यों नहीं पूछा जाता. वहीं राठौड़ ने अपने साथियों के बारे में भी कहा कि शुक्रवार की शाम को मेरा निष्कासन हुआ था और उसे शाम बसपा से आए साथी मेरे घर पर यही खाना खा रहे थे. गुढ़ा ने कहा कि वाजिद अली, लाखन मीणा, गिरिराज मलिंगा, खिलाड़ी लाल बैरवा भी साथ में खाना खा रहे थे. हर किसी की अलग-अलग सोच होती है.