राजस्थान में बुजर्गों की पेंशन के साथ सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा...बीकानेर में भी 2345 शामिल, अब सरकार करेगी रिकवरी
सरकार की योजनाओं का दुरुपयोग कर हजारों लोगों ने पलीता लगाना शुरु कर दिया और प्रदेश भर में 5 लाख 66 हजार से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिसमें युवा वृद्ध बनकर पेंशन, मृत्यु के बाद भी परिवार को पेंशन और पुनर्विवाह होने के बावजूद पेंशन उठा रहे. Rajasthan Pension Scam
Rajasthan Pension Scam: राजस्थान में इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। जिस पेंशन का लाभ सरकार बुजर्गों का सहारा बनने के लेिये दे रही है। वहीँ प्रदेश में इसका कुछ अलग ही खेल चल रहा है। बता दे की सरकार बबुढ़ापा पेंशन के तोर पर बुजर्गों को पेंशन के रूप में हर महीने राशि देती है। लेकिन अब प्रदेश में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया जिसके बाद सब हैरान रह गए।
5 लाख 66 हजार लोग उठा रहे है फर्जी तरीके से फायदा
अधिक जानकारी के लिए बता दे की सरकार की योजनाओं का दुरुपयोग कर हजारों लोगों ने पलीता लगाना शुरु कर दिया और प्रदेश भर में 5 लाख 66 हजार से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिसमें युवा वृद्ध बनकर पेंशन, मृत्यु के बाद भी परिवार को पेंशन और पुनर्विवाह होने के बावजूद पेंशन उठा रहे. Rajasthan Pension Scam
सरकार अब एक्शन की तैयारी में
अब सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हेड ऑफिस जयपुर ने सभी जिलों के विभाग के उप निदेशकों को पत्र भेजकर इनकी रिकवरी करने के लिए निर्देशित दिया है. अब विभाग इन लोगों से रिकवरी करने के तरीकों पर विचार विमर्श कर रहा है.Rajasthan Pension Scam
विधवा पेंशन में भी चल रहा फर्जीवाड़ा
अधिक जानकारी के लिए बता दे की जानकारी में यह भी आया है कि प्रदेश भर में वृद्धावस्था पेंशन के पात्र लोगों की मृत्यु के बावजूद उनके परिजनों ने पेंशन का लाभ उठाया. वहीं कई विधवाओं ने पुनर्विवाह करने के बावजूद पेंशन योजना का लाभ अच्छे से ले रही है . प्रदेश में ऐसे 3 लाख 37 हजार 838 मामले सामने आए है. जिनसे 318.08 करोड़ रूपये की रिकवरी की जानी है. सरकार अब सख्त एक्शन की तैयारी में है।Rajasthan Pension Scam
देखन बीकानेर समेत बाकि जिलों की लिस्ट
फर्जी पेंशन के इन आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज़्यादा मामले भीलवाड़ा जिले में हैं. भीलवाड़ा- 5469, चित्तौड़गढ़- 3164, बीकानेर -2345, जोधपुर -2198, झुंझुनूं - 2381, डूंगरपुर - 4243, भरतपुर - 1531, करौली - 2862, अलवर - 2968, बारां - 1933, नागौर - 3354 और प्रतापगढ़ में 3580 मामले सामने आए हैं.