Haryana News : पंजाब का एक फेंसला और हरियाणा के 10 जिलों के लोग पानी की बूंद बूंद के लिए हुए मोहताज, किसानों को भी लगा बड़ा झटका
Haryana News : हरियाणा में पानी के लिए हाहाकार मच सरहा है और इस सरकारों की लड़ी में आमजन के साथ साथ किसानों का एक एक दिन गुजरना मुश्किल हो रहा है। किसानो के लिए जहां बिजाई का समय होता है लेकिन इस बार किसान सिर्फ आसमान की तरफ देख रहे है।
अधिक जानकारी के लिए बता दे की पानी को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच छिड़े विवाद के बीच अब हरियाणा के 10 जिलों में जल संकट खड़ा हो गया है। आलम यह है कि राज्य के 51 जलघरों में पूरी तरह से पानी सूख गया है।
इन जिलों में पानी का संकट
इनमें सबसे ज्यादा प्रभाव सिरसा, रोहतक, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी और भिवानी सहित दक्षिण हरियाणा के कई शहरों पर पड़ा है। जलघरों में पानी खत्म होने से जन स्वास्थ्य विभाग की राशनिंग व्यवस्था भी कमजोर पड़ गई है। हालांकि अब ऐसे स्थानों पर ट्यूबवैल के जरिए पानी सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है। Haryana News
मौजूदा समय में इन जिलों के शहरी इलाकों में एक समय पानी दिया जा रहा है तो गांवों में एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई हो रही है। शहरों में अब टैंगगकर का पानी ही लोगों की प्यास बुझाने के काम आ रहा है।
विभाग ने पानी की राशनिंग सिस्टम तो शुरू किया है और शहरी और ग्रामीण इलाकों के लिए अलग-अलग समयावधि तय की गई है लेकिन नहरी पानी कम होने से राज्य के 51 जलघरों से अब पानी गायब हो गया है।
पानी संकट के दृष्टिगत विभाग की ओर से वाटर सप्लाई एंड डिमांड असैस्मैंट तहत यह कहा गया है कि प्रति व्यक्ति के हिसाब से जरूरी पानी की आवश्यकता को देखते हुए 150 लीटर का मानक तय कर अधिकारियों को प्लानिंग करनी होगी।Haryana News
इसके साथ ही शहर की वर्तमान क्षमता का भी आंकलन किया जाएगा। नहरी पानी की बंदी अवधि दौरान ट्यूबवैल और टैंकरों जैसे वैकल्पिक स्रोतों पर निर्भर रहकर काम करना होगा लेकिन उस मानक को पूरा करने में विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है क्योंकि नहरी पानी का फ्लो कम हो गया है। हालांकि विभाग की ओर से पंपसैट के जरिए जलघरों में पानी छोड़ा जा रहा है पर उससे पानी की उपलब्धता पूरी नहीं हो पा रही है।
पंजाब सरकार पर लगाए आरोप
जन स्वास्थ्य मंत्री रणवीर गंगवा ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार पानी को लेकर ओछी राजनीति कर रही है। हर साल मई महीने में बी.बी.एम.बी. की ओर से पानी का बंटवारा किया जाता है। Haryana News
पंजाब सरकार ने पानी की उपलब्धता के बावजूद हरियाणा के हिस्से में आधे पानी की कटौती की है जबकि पिछले कई साल से हरियाणा को 9 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी भी मिला है। गंगवा ने कहा कि गर्मी में ज्यादा पानी चाहिए इसलिए उनकी ओर से अगले 3 महीने में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए अधिकारियों को योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।