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EPFO में अहम 5 बड़े बदलाव, कर्मचारियों को मिलेगी ज्यादा पेंशन, कर सकेंगे PF ट्रांसफर, जानें पूरी डिटेल 

ईपीएफओ ने पीएफ अकाउंट ट्रांसफर के नियमों में अहम बदलाव किए हैं। पहले नौकरी बदलते समय कर्मचारी को पुराने और नए नियोक्ता से मंजूरी लेनी पड़ती थी, लेकिन अब इस प्रक्रिया को और भी सरल बना दिया गया है। अब कर्मचारियों को पीएफ अकाउंट ट्रांसफर के लिए किसी की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी।
 
EPFO में अहम 5 बड़े बदलाव

EPFO से जुड़े कर्मचरियों के लिए इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है।  बता दे की कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने नियमों में लगातार बदलाव कर रहा है, ताकि वह अपने करीब 7 करोड़ सदस्य कर्मचारियों की सेवा में सुधार कर सके।

इन बदलावों का मकसद कर्मचारियों की सुविधा और उनकी पेंशन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निर्बाध बनाना है। 2025 में ईपीएफओ ने पांच बड़े बदलाव किए हैं, जो कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकते हैं।

इनमें बड़े बदलाव पीएफ अकाउंट ट्रांसफर प्रक्रिया, प्रोफाइल अपडेट और पेंशन भुगतान से जुड़े हैं। इन सुधारों से कर्मचारियों का अनुभव बेहतर होगा और उन्हें कई नई सुविधाएं मिलेंगी।

1. प्रोफाइल में बदलाव करना हुआ आसान 

EPFO ने अब प्रोफाइल अपडेट की प्रक्रिया को और सरल बना दिया है। अब कर्मचारियों को अपनी प्रोफाइल में बदलाव करने के लिए दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। अगर आपका UAN आधार से लिंक है तो आप अपनी प्रोफाइल में ऑनलाइन बदलाव कर सकते हैं।

आप जन्मतिथि, लिंग, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, पत्नी/पति का नाम और नौकरी शुरू करने या खत्म करने की तारीख ऑनलाइन बदल सकते हैं।

यह कर्मचारियों के लिए काफी सुविधाजनक होगा और वे घर बैठे ही अपनी जानकारी अपडेट कर सकेंगे। यह बदलाव प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

2. अब घर बैठे EPFO यह लाभ 

EPFO ने ज्वाइंट डिक्लेरेशन के पुराने नियमों को खत्म कर इस प्रक्रिया को और भी सरल बना दिया है। अब ईपीएफओ के सदस्य तीन श्रेणियों में बंटे हैं। EPFO Update

  • 1. जिनका यूएएन आधार से लिंक है, वे ऑनलाइन घोषणा कर सकते हैं।
  • 2. जिनका यूएएन पुराना है, लेकिन आधार सत्यापित है, उन्हें भी ऑनलाइन घोषणा करने की सुविधा मिलेगी।
  • 3. जिनका आधार सत्यापित नहीं है, वे ईपीएफओ कार्यालय जाकर संयुक्त घोषणा जमा कर सकते हैं।
  • यह बदलाव कर्मचारियों के लिए राहत की बात है, क्योंकि अब वे बिना किसी परेशानी के अपना घोषणापत्र ऑनलाइन जमा कर सकेंगे।

3. अब पीएफ अकाउंट ट्रांसफर को लेकर अहम बदलाव 


ईपीएफओ ने पीएफ अकाउंट ट्रांसफर के नियमों में अहम बदलाव किए हैं। पहले नौकरी बदलते समय कर्मचारी को पुराने और नए नियोक्ता से मंजूरी लेनी पड़ती थी, लेकिन अब इस प्रक्रिया को और भी सरल बना दिया गया है। अब कर्मचारियों को पीएफ अकाउंट ट्रांसफर के लिए किसी की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, इस सुविधा का लाभ तभी उठाया जा सकता है, जब अकाउंट अक्टूबर 2017 के बाद जारी हुआ हो और यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) आधार से लिंक हो।

इसके अलावा अगर आपके पास दो अलग-अलग UAN हैं और दोनों आधार से लिंक हैं और दोनों पर आपकी निजी जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि और लिंग एक ही है तो आपका अकाउंट बिना किसी परेशानी के ट्रांसफर हो सकता है। यह सुधार कर्मचारियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि अब उन्हें इस प्रक्रिया में कम समय लगेगा।

4. पीएफ का पैसा किसी भी बैंक खाते में ट्रांसफर करें

ईपीएफओ ने 2025 में पेंशन भुगतान के लिए एक और बड़ा बदलाव किया है। अब पेंशन सीधे कर्मचारियों के बैंक खाते में सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (सीपीपीएस) के जरिए ट्रांसफर की जा सकेगी। इसके तहत कर्मचारी अब नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के किसी भी प्लेटफॉर्म से पेंशन की रकम अपने चुने हुए बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं।EPFO Update

इस बदलाव से क्षेत्रीय कार्यालयों के बीच पेंशन पेमेंट ऑर्डर (पीपीओ) ट्रांसफर की जरूरत खत्म हो गई है, जिससे पेंशन प्रक्रिया और भी तेज और पारदर्शी हो जाएगी।

5. पेंशन नीतियों में बदलाव EPFO Update

EPFO ने पेंशन भुगतान से जुड़ी नीतियों में भी बदलाव किया है। पेंशन पाने वाले कर्मचारियों के लिए अब एक समान पेंशन गणना पैटर्न लागू किया जाएगा। इससे पेंशनभोगियों में समानता बनी रहेगी। इसके अलावा बकाया राशि की वसूली और भुगतान की प्रक्रिया भी अलग-अलग होगी, ताकि कर्मचारियों को उनके बकाया का भुगतान जल्दी और सही तरीके से मिल सके।