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Bank Loan: SBI लोन लेना अब पहले से सस्ता, EMI में भी मिलेगी राहत, जानिए नया रेट और फायदा

Bank Loan:  एसबीआई ने होम लोन की ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की कटौती की है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद यह फैसला लिया गया है। अब ब्याज दर 7.50% से शुरू होगी। यह ईएमआई को सस्ता बना देगा और सीधे ग्राहकों, विशेष रूप से अच्छे सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को लाभान्वित करेगा।
 
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Bank Loan:एसबीआई ने होम लोन की ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की कटौती की है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद यह फैसला लिया गया है। अब ब्याज दर 7.50% से शुरू होगी। यह ईएमआई को सस्ता बना देगा और सीधे ग्राहकों, विशेष रूप से अच्छे सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को लाभान्वित करेगा।

 



Bank Loan:देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने ग्राहकों को कई तरह की सुविधाएं देता है। बैंक ने सभी प्रकार के ऋणों पर ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। इससे देश के करोड़ों लोगों को लाभ होगा। यह निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल ही में रेपो दर में 50 आधार अंकों की कमी के बाद आया है। अब SBI से लोन लेना न सिर्फ आसान होगा, बल्कि हर महीने EMI का भुगतान भी कम करना होगा।

 



ईएमआई में कमी से सस्ता होगा होम लोन
 


एसबीआई ने स्पष्ट किया है कि नई ब्याज दरें 15 जून, 2025 से लागू होंगी। अब SBI की होम लोन की दरें 7.50% से शुरू होकर 8.45% तक जाएंगी, जो पूरी तरह से ग्राहक के क्रेडिट स्कोर (CIBIL स्कोर) पर आधारित होगी। इस बदलाव से उन करोड़ों परिवारों को राहत मिली है जो घर के सपने को पूरा करने की योजना बना रहे थे, लेकिन महंगी ईएमआई के कारण हिचकिचा रहे थे।Bank Loan

 



आरबीआई के फैसले का असर
 


6 जून, 2025 को, आरबीआई ने रेपो दर को 6.00% से घटाकर 5.50% कर दिया था। चूंकि एसबीआई की उधार दरें ईबीएलआर (एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट) से जुड़ी होती हैं, जो सीधे रेपो दर से जुड़ी होती हैं, इसलिए रेपो दर में बदलाव का ऋण ब्याज दरों पर तत्काल प्रभाव पड़ता है।



अब जब RBI ने रेपो रेट में कटौती की है, तो SBI का EBLR भी घटकर 8.15% हो गया है। इससे उन ग्राहकों को लाभ होगा जिन्होंने रेपो दर से जुड़े ऋण (आरएलएलआर) या अस्थायी दर पर ऋण लिया है।



किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा?



ये नई दरें उन लोगों के लिए अधिक फायदेमंद हैं जिनका सिबिल स्कोर 750 से अधिक है। स्कोर जितना बेहतर होगा, ऋण उतना ही सस्ता होगा। वहीं, यह बदलाव उन लोगों के लिए प्रभावी नहीं होगा जिन्होंने एक निश्चित दर पर ऋण लिया है।


एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।



एसबीआई ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में कोई बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब है कि एमसीएलआर से लिंक्ड लोन लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होगा। एसबीआई का एमसीएलआर इस प्रकार हैःBank Loan



एक वर्ष के लिएः 9.00%
6 महीने के लिएः 8.90%
तीन महीने के लिएः 8.55%
एक महीने के लिएः 8.20%

 


जमा योजना पर ब्याज दर में भी बदलाव
 


एसबीआई ने 444 दिनों की विशेष सावधि जमा (एफडी) योजना पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। इससे यह स्पष्ट है कि बैंक अब ऋण देने को प्रोत्साहित कर रहा है, ताकि बाजार में तरलता बढ़े और खपत बढ़े।


भारत के शीर्ष 5 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की ब्याज दरें

बैंक का नाम गृह ऋण ब्याज दर (प्रारंभिक)


संघ बैंक ऑफ इंडिया 7.35% से शुरू
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 7.50% पर शुरू होता है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) 7.50% पर शुरू होता है।
बैंक ऑफ बड़ौदा 7.50% पर शुरू होता है
बैंक ऑफ इंडिया 7.85% पर शुरूBank Loan