Jeera Mandi Bhav: किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी, 3 महीने में बड़ी गिरावट, अब सिर्फ इतने रह गए जीरे के प्रति क्विंटल भाव
Jeraa Mandi Bhav : राजस्थान के बिलाड़ा क्षेत्र के किसान और व्यापारी पिछले तीन महीनों में जीरे की कीमतों में आई भारी गिरावट से चिंतित हैं। अप्रैल में जहां जीरे की कीमत 25 हजार से 30 हजार रुपये प्रति क्विंटल थी, वहीं अब यह 18,500 से 19,500 के स्तर पर आ गई है। जीरे के मुख्य बाजार उंझा में थोक मूल्य अधिकतम 22 हजार और न्यूनतम 16 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया जा रहा है।
दो साल पहले 60,000 रुपये का एक क्विंटल बेचा जाता था
पिछले दो वर्षों में जीरा एक बार 60 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बेचा गया था, जिससे इस साल और पिछले साल भी किसानों को बड़े पैमाने पर बुवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया गया था, लेकिन इस बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम मांग और विदेशों में जीरे के अच्छे उत्पादन के कारण निर्यात में कमी आई है। Jeraa Mandi Bhav
इसका सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ा है और जीरे की कीमत में लगातार गिरावट आ रही है। इससे किसानों की कमर टूट गई है। सही कीमत न मिलने से मायूस किसान अब अपने घरों में बोरे में जीरे का स्टॉक कर रहे हैं।Jeraa Mandi Bhav
अब बिलाड़ा मंडी में सिर्फ वही किसान जीरा बेचने आ रहे हैं जिन्हें पैसों की सख्त जरूरत है। व्यापारी रामचंद्र कुमावत ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से जीरे की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है, जिससे बाजार में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इस साल भी जीरे का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन अगर निर्यात में सुधार नहीं हुआ तो कीमतों में और गिरावट आने की संभावना है।Jeraa Mandi Bhav
पिछले साल जीरे की कीमत से परेशान रहने वाले उपभोक्ताओं को इस साल राहत मिल रही है। उत्पादन बढ़ने से कीमतों में गिरावट आई है। प्याज की कीमतों में इस महीने आधे से अधिक की गिरावट आई है।आने वाले समय में कीमतों में और गिरावट आ सकती है।Jeraa Mandi Bhav