New Highway : 7700 करोड़ का नया ग्रीन कॉरिडोर बदल देगा यूपी की तस्वीर, छह घंटे का सफर होगा ढाई घंटै में
Up New Highway : नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा देशभर में नई नेशनल हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। एनएचएआई द्वारा बनाए जा रहे इन नेशनल हाईवे के बाद वाहन चालकों का सफर आधा रह गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा उत्तरप्रदेश के आगरा-बरेली ग्रीन कॉरिडोर यानी एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है।
इसका काम तेजी से चल रहा है और अब तक तीस प्रतिशत से ज्यादा इसका काम हो चुका है। एनएचएआई के अनुसार इस ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कार्य 2027 तक पूरा हो जाएगा और इस पर चलने वाले वाहनों की स्पीड काफी तेज रहेगी। इसके लिए आगार से बरेली तक अब वाहन चालक को जाने में छह घंटे के करीब समय लगता है, लेकिन ग्रीन कॉरिडोर शुरू होने के बाद ढाई से तीन घंटे में ही यह सफर तय हो जाएगा। इस ग्रीन कॉरिडोर पर वाहन चालक बिना बाधा के तेज स्पीड में चल सकेंगे।
7700 करोड़ से बनेगा 228 किमी का फोरलेन
एनएचएआई के अनुसार मथुरा से बरेली के बीच बन रहे ग्रीन एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से चल रहा है। यह ग्रीन एक्सप्रेस-वे की लंबाई 228 किमी होगी। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में केंद्र सरकार द्वारा 7700 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इस ग्रीन एक्सप्रेस-वे का काम एनएचएआई द्वारा चरण के हिसाब से किया जा रहा है।
पहले चरण के दौरान 66 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा और यह मथुरा से हाथरस तक बनेगा। यह निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ग्रीन एक्सप्रेस-वे का लगभग आधा काम पूरा हो गया है। इसी तरह दूसरे चरण में 57 किलोमीटर ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। यह हाथरस से कासगंज तक बनेगा। अब तक इसका निर्माण कार्य 30 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है।
जबकि तीसरे चरण में कासगंज से बदायूं तक 46 किमी ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। जबकि आखिर चरण में बदायूं से बरेली तक ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा और इन दोनों के बीच में 59 किमी की दूरी रहेगी।
20 फ्लाइओवर, 26 अंडरपास का निर्माण होगा
ग्रीन एक्सप्रेस-वे पर वाहनों को बिना बाधा के संचालन के लिए 228 किलोमीटर के बीच में फ्लाइओवर, अंडरपास व बड़े पुल का निर्माण किया जाएगा, ताकि दूसरे मार्ग के वाहन इनके नीचे से निकल सके। एनएचएआई के अनुसार इस दौरान 20 फ्लाईओवर, 26 अंडरपास, 5 बड़े पुल और 6 रेल ओवर ब्रिज बनाएं जाएंगे।