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New Railway Line Project: राजस्थान के इन 3 जिलों की हो गई चांदी, 271.97 किलोमीटर की नई रेल लाइन के दोहरीकरण प्रोजेक्ट ने पकड़ी रफ़्तार

यह पूरा प्रोजेक्ट 271.97 किलोमीटर का है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 3085.5 करोड़ रुपए है। इस प्रोजेक्ट से राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर और जालोर जिले को सीधा फायदा होने वाला है।
 
New Railway Line Project: राजस्थान के इन 3 जिलों की हो गई चांदी, 271.97 किलोमीटर की नई रेल लाइन के दोहरीकरण प्रोजेक्ट ने पकड़ी रफ़्तार
Rajsthan New Railway Line : रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा कुल 271.97 किमी लंबे इस रेलमार्ग के रेल दोहरीकरण के प्रथम चरण में 48 किमी हिस्से का काम इस वर्ष के अंत तक पूरा करने की कार्य योजना निर्धारित की गई है।



जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 2024 में स्वीकृत इस अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजना के क्रियान्वयन के तहत रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा एक साथ तीन चरणों में कार्यारंभ किया जा चुका है। दोहरीकरण के साथ ही दोहरी लाइन के विद्युतीकरण के निर्देश भी दिए गए हैं।

 

गुजरात तक सफर होगा आसान 

जानकारी के अनुसार बता दे की दरअसल, यह पूरा प्रोजेक्ट 271.97 किलोमीटर का है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 3085.5 करोड़ रुपए है। इस प्रोजेक्ट से राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर और जालोर जिले को सीधा फायदा होने वाला है।


 इसके अलावा गुजरात का बनासकांठा जिला भी इस रेल प्रोजेक्ट के अंतर्गत आता है। ऐसे में दो प्रदेशों की कनेक्टविटी मजबूत होगी।

राजस्थान में कई प्रोजेक्ट पकड़ रहे है रफ़्तार 

 प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि किसी भी देश और प्रदेश के विकास के लिए रेल नेटवर्क का मजबूत होना जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में बुलेट ट्रेन चलाने की भी योजना है।

जानकारी के अनुसार बता दे की इस रेल लाइन प्रोजेक्ट के अलावा इन दिनों राजस्थान के भीतर कई अन्य रेल प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। केंद्र सरकार का उद्देश्य रेल नेटवर्क को बढ़ाने के साथ ही राजस्थान का तेजी से विकास करना है।

रास्ते के स्टेशनों पर बढ़ेंगी सुविधाएं

  • लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग के दोहरीकरण के तहत इस रेल खंड में स्थित रेलवे स्टेशनों पर मूलभूत यात्री सुविधाओं में पहले से कहीं अधिक वृद्धि होंगी।
  • मार्ग में कुल 28 नए मेजर ब्रिजों का निर्माण कराया जाएगा।
  • 225 माइनर ब्रिजों की वृद्धि होंगी।
  • कुल 90 एलएचएस मार्गों का विस्तार होगा।
  • मार्ग के 31 रेलवे स्टेशनों पर ऊपरी पैदल पुल अथवा सब-वे बनाए जाएंगे