New Railway Line: रेलवे की नई परियोजना से बदल जाएगा सैकड़ों गांवों का सफर, 37 KM लाइन बढ़कर बनेगी 100 KM
New Railway Line: रेलवे विभाग द्वारा लगातार रेलवे लाइनों का विस्तार किया जा रहा है। जहां पर नई रेलवे लाइनों को बिछाया जा रहा है, वहीं पुरानी रेलवे लाइनों का विस्तार करके हर क्षेत्र को ट्रेन से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। इसी कड़ी में रेलवे विभाग ने बिहार के किशनगंज जिले में ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने के साथ ही रेलवे लाइन का विस्तार किया है। फिलहाल इस जिले में 37 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन है और सात रेलवे स्टेशन बनाए गए है। इसके कारण काफी क्षेत्र अब भी ट्रेन की सुविधा से वंचित है। लोगों की समस्या को देखते हुए रेलवे विभाग ने अररिया-गलगलिया रेल परियोजना के शुरू की है। अररिया-गलगलिया रेल परियोजना के बाद लगभग 62 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन बनाने की योजना बनाई है।
जहां पर इस रेलवे लाइन के विस्तार के बाद किशनगंज जिला लगभग पूरा कवर हो जाएगा। फिलहाल इस जिले में सात रेलवे स्टेशन है, लेकिन रेलवे लाइन का 100 किलोमीटर लंबाई होने के बाद इस पर सात नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद जिले में 14 रेलवे स्टेशन हो जाएंगे और यह प्रत्येक गांव के नजदीक हो जाएंगे। इसके बाद इस रेलवे लाइन से बिहार व दूसरे राज्यों से जाने के लिए सीधा कनेक्टिविट हो जाएगी। नए स्टेशनों के खुलने से कृषि व्यापार शिक्षा और रोजगार जैसे क्षेत्रों में सुधार होगा जिससे किशनगंज जिले का विकास होगा।New Railway Line
यहां पर बनाए जाएंगे नए रेलवे स्टेशन
रेलवे विभाग के अनुसार बिहार के किशनगंज जिले में अब तक केवल सात स्टेशन बनाए गए है। यह स्टेशन सिलीगुड़ी-अलुआबाड़ी रेलखंड में गलगलिया, पिपरीथान, ठाकुरगंज, तैयबपुर और पोठिया तथा एनजेपी-कटिहार रेलखंड में किशनगंज मुख्य स्टेशन और तौहीद हाल्ट है। इसके माध्यम से ही पूरे जिले के लोग ट्रेन के माध्यम से सफर करते है। लेकिन रेलवे लाइन का विस्तार करने के बाद सात नए रेलवे स्टेशन बन रहे है। इसमें अररिया–गलगलिया न्यू बीजी रेल परियोजना के तहत इनका निर्माण किया गया है। यह रेलवे स्टेशन भोगडाबर, कादोगांव, पौआखाली, तुलसिया, बीबीगंज, टेढ़ागाछ और कलियागंज में बनाए गए है और यह रेलवे स्टेशन लगभग बनकर तैया रहो चुके है। भविष्य में बेहतर संपर्क सुनिश्चित करने के लिए ठाकुरगंज-चातारहाट रेलखंड का मार्ग भी प्रस्तावित है।New Railway Line