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हरियाणा में 3.25 लाख से ज्यादा BPL कार्डों पर चलेगी कैंची, इस वजह से एक्शन लेगी सैनी सरकार 

इन बीपीएल कार्ड धारकों की सूची तैयार कर सरकार इन्हें अब बीपीएल लिस्ट से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है। विभाग का मानना है कि ऐसे बीपीएल राशन कार्ड या तो फर्जी हैं या फिर उन्हें अवसर का लाभ लेने के लिए बनवाया गया है। जिस कारण से अब इन्हें लिस्ट से बाहर करने का फैसला लिया गया है।  

 
 इस वजह से एक्शन लेगी सैनी सरकार

Haryana BPL Ration Card : हरियाणा प्रदेश में बीपीएल परिवारों के लिए बुरी खबर सामने आई है। प्रदेश सरकार जल्द ही तीन लाख बीपीएल परिवारों को बीपीएल सूची से बाहर करने की तैयारी कर रही है।

पाठकों को बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में हरियाणा प्रदेश में बी.पी.एल. कार्डधारकों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी हुई है। इतनी भारी संख्या में बीपीएल कार्ड धारकों के बढ़ने पर अक्सर प्रदेश में गरीबों की संख्या बढ़ने का सवाल भी उठता रहता है। 

राशन नहीं लेने वाले 3 लाख से अधिक बीपीएल कार्ड धारकों को सरकार करेगी सूची से बाहर

प्रदेश में बीपीएल कार्ड से संबंधित विभाग की जांच पड़ताल के दौरान जानकारी में आया कि करीब तीन लाख से अधिक ऐसे कार्डधारक हैं, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों से ना तो राशन और ना ही किसी सरकारी योजना का लाभ लिया है।

इन बीपीएल कार्ड धारकों की सूची तैयार कर सरकार इन्हें अब बीपीएल लिस्ट से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है। विभाग का मानना है कि ऐसे बीपीएल राशन कार्ड या तो फर्जी हैं या फिर उन्हें अवसर का लाभ लेने के लिए बनवाया गया है। जिस कारण से अब इन्हें लिस्ट से बाहर करने का फैसला लिया गया है।  

1 May के बाद फर्जी राशन कार्ड धारकों का नाम बीपीएल लिस्ट से हो सकता है कट 

हरियाणा प्रदेश में सरकार द्वारा फर्जी बीपीएल कार्डों को रद्द करने की तैयारी की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा प्रत्येक महीने की एक तारीख को बी.पी.एल. कार्ड बढ़ने या घटने का आंकलन किया जाता है।

इस बार 1 मई को होने बीपीएल कार्डों का आंकलन किया जाएगा। इस आकलन में फर्जी राशनकार्ड धारकों का नाम सूची से काटा जा सकते है।

हरियाणा प्रदेश में 51 लाख से अधिक लोगों ने बनवा रखे हैं बीपीएल कार्ड

हरियाणा प्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों ने बीपीएल कार्ड बनवा रखे हैं। 1 मार्च को सरकार द्वारा किए गए आकलन के अनुसार प्रदेश में 51 लाख से अधिक लगभग 52 लाख लोगों के बी.पी.एल. कार्ड थे।

हालंकी 1 अप्रैल को कोई आकलन में इनकी संख्या में कुछ कमी दर्ज की गई। एक मार्च से 1 अप्रैल के बीच 1600 से अधिक बीपीएल कार्ड कम हुए थे। प्रदेश में अब एक बार फिर 1 मई से बीपीएल राशनकार्ड धारकों का संख्या की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान फर्जी पाई गई बीपीएल कार्ड धारकों को बीपीएल सूची से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।