Movie prime

गर्मियों में बार-बार हो जाती है पेट में गड़बड़? ये देसी नुस्खे से होगा कमाल, नहीं होगी परेशानी 

शरीर में रहेगी ठंडक, नहीं होगी पेट में जलन 

 
desi nuskhe for stomach

Desi Nuskhe For Stomach: गर्मी का मौसम अपने चरम पर है, पेट से जुड़ी समस्याएं लगातार चिंता का विषय बन जाती हैं। चिलचिलाती गर्मी से खाने की चीजें खराब होने लगती हैं, जबकि दूषित पानी से समस्या और बढ़ जाती है। इन कारकों के कारण पेट में दर्द, सूजन, अपच, दस्त और पेट में संक्रमण जैसी कई तरह की पेट की बीमारियाँ हो सकती हैं। अत्यधिक तापमान पाचन तंत्र के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देता है, जिससे यह बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। 

इसके अलावा, आइसक्रीम और ठंडे पेय जैसे ठंडे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का अधिक सेवन पेट की परत को परेशान कर सकता है और असुविधा और पाचन संबंधी समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए, इन संभावित पेट की समस्याओं से निपटने के लिए, हमेशा दवा का सहारा लेना जरूरी नहीं है। कुछ प्रभावी घरेलू उपचार आपको पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ पाँच आम देसी नुस्खे दिए गए हैं जिन्हें आप गर्मियों के मौसम में पेट की समस्याओं को आसानी से ठीक करने के लिए आज़मा सकते हैं। 

पेट की समस्याओं के लिए देसी नुस्खे 
जीरा और शहद:

जीरा पेट की समस्याओं के लिए प्राकृतिक राहत प्रदान करता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर, जीरे के पानी को शहद के साथ मिलाकर एक सुखदायक उपाय बनाया जा सकता है। यह मिश्रण पेट की परत को शांत करता है, पाचन में सहायता करता है और बेचैनी को कम करता है, जिससे पेट की समस्याओं के लिए एक सौम्य और प्रभावी समाधान मिलता है।

धनिया और पुदीना की चटनी:
धनिया और पुदीना मिलकर पेट को आराम देने वाला उपाय बनाते हैं। नींबू के रस और नमक के साथ चटनी में मिलाकर बनाया गया यह मिश्रण अपच और सूजन से राहत देता है। धनिया और पुदीने के शक्तिशाली सूजनरोधी गुण पेट को शांत करने के लिए मिलकर काम करते हैं।

छाछ में हींग:
हींग पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक प्रतिष्ठित आयुर्वेदिक उपाय है। छाछ में एक चुटकी हींग मिलाने से गैस और सूजन के लिए एक शक्तिशाली मारक बनता है। यह प्राकृतिक पेय विषाक्त पदार्थों को तोड़ने, पाचन को आसान बनाने और पेट की परेशानी का इलाज करने में मदद करता है, जिससे पेट के संक्रमण से तुरंत राहत मिलती है।

जीरे के साथ खिचड़ी:
खिचड़ी, एक पारंपरिक भारतीय आरामदायक भोजन है जो पेट के लिए आसान है। अपने हल्के, आसानी से पचने वाले गुणों के साथ, खिचड़ी पेट की परेशानी से राहत देती है। भुने हुए जीरे को दही में मिलाने से इसके फायदे बढ़ जाते हैं और पाचन क्रिया बेहतर होती है, सूजन कम होती है।

दही में मेथी के बीज:
घुलनशील फाइबर से भरपूर मेथी के बीज पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक समाधान प्रदान करते हैं। दही में मिलाए जाने पर, यह सुखदायक मिश्रण पाचन को बढ़ाता है, सूजन को कम करता है और संतुलित आंत माइक्रोबायोम को बढ़ावा देता है। यह सुखदायक संयोजन पेट के प्राकृतिक संतुलन को बहाल करने में मदद करता है और एक स्वस्थ आंत को बढ़ावा देता है।