THE BIKANER NEWS.जैसलमेर ।कैलाश बिस्सा। जैसलमेर की लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी जो कि आज से 18 वर्ष पहले नगर परिषद जैसलमेर द्वारा आवंटित की गई थी, आज भी मूलभूत सुविधाओं से पूर्ण रूप से वंचित है । शहर की अब तक की सबसे बड़ी इस कॉलोनी को काटने के समय खूब प्रचार प्रसार किया गया और लगभग पचास हजार लोगों ने आवेदन किया था । लोगों को यह अपेक्षा थी कि शहर की अब तक की सबसे बड़ी कॉलोनी सब सुविधाओं से युक्त होगी लेकिन 18 वर्ष बीत जाने के बाद भी यह नहीं लगता है कि यह सरकार द्वारा आवंटित कॉलोनी है । आज यहां 1200 से ज्यादा मकान बन चुके है जिनमें 6000 के लगभग आबादी निवास कर रही है जबकि मूलभूत और जरूरी सुविधाओं के नाम पर कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया गया है । कॉलोनी में सिवरेज की कोई व्यवस्था नहीं है, घरों का गंदा पानी व मलबा खुले में बिखरने से गंदगी फैली हुई है तथा पड़ोसियों में आपस में झगड़े हो रहे है । पानी की की स्थाई व्यवस्था नहीं है। पिछले वर्ष पानी की पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू जरूर हुआ था लेकिन करीब 20 प्रतिशत काम होने के बाद पिछले दश महीनों से बंद पड़ा है। पार्कों की पर्याप्त रूप से जगह तो रखी गई है लेकिन एक भी पार्क ऐसा नहीं है जिसमे गेट लगा हो । दीवारें क्षतिग्रस्त हो रही है । वैसे इन पार्कों पर लाखों रुपए पहले ही खर्च किए जा चुके है जो कि व्यर्थ साबित हो रहे है। कॉलोनी वासी पौधा रोपण करने को उत्सुक है लेकिन एक भी पौधा लगाने की स्थिति में नहीं है । पूरी कॉलोनी की सड़के पूरी तरह से टूट चुकी है। कुछ घरों के आगे को छोड़कर पूरी कॉलोनी में रोड लाइट नहीं है । कई जगहों पर अभी भी लाइट के खंभे नहीं है । कॉलोनी में बनाए गए कचरा घर से इतनी बदबू आती है कि रहना दूभर हो जाता है । इन सब समस्याओं को लेकर कॉलोनी वासी लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी विकास समिति के माध्यम से , नगर परिषद जैसलमेर को पचासों बार लिखित और मौखिक रूप से निवेदन कर चुके है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई है ।यहां तक कि पिछले डेढ़ साल में एक भी रोड लाइट नई नहीं लगाई गई है। नगर परिषद की हठधर्मिता के कारण इस कॉलोनी के रहवासी पिछले कई वर्षों से अभाव ग्रस्त जीवन जीने को मजबूर है और बहुत परेशान है ।अतः इस संबंध में आज इन समस्त समस्याओं के समाधान हेतु भारतीय जनता पार्टी जैसलमेर के जिलाध्यक्ष श्री दलपत हिंगड़ा को ज्ञापन देकर इन जरूरी सुविधाओं हेतु निवेदन किया है । ज्ञापन देने के लिए समिति अध्यक्ष महेश वाशु, सचिव खेताराम सुथार, कोषाध्यक्ष बाबूलाल लीलावत, पीराराम प्रजापत, नारायणदास इनखिया, पूनाराम कड़ेला, किशनलाल जाखड़, बागाराम उपस्थित थे ।