आर्ट ऑफ गिविंग के ब्रांड एंबेसेडर बने जैसलमेर के हरीश राठौड़
THE BIKANER NEWS. जैसलमेरl कैलाश बिस्सा l ओडिशा राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में 13 से 15 अप्रैल तक आयोजित हुए यूथ कॉनक्लेव में राजस्थान से हरीश राठौड़ ने कोऑर्डिनेटर के रूप में भाग लिया। यह विशेष कार्यक्रम आर्ट ऑफ गिविंग संस्था की ओर से आयोजित किया गया था, जिसकी स्थापना KIIT (कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी) और KISS (कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस) विश्वविद्यालय के संस्थापक प्रोफेसर अच्युत सामंता ने की । राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में देशभर से चयनित 35 प्रतिभाशाली युवाओं ने भाग लिया जिसमें समाज सेवा, नेतृत्व विकास और सामाजिक समरसता जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। हरीश राठौड़ ने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य की सामाजिक गतिविधियों, युवा सहभागिता सहित जमीनी अनुभवों को मंच पर प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
इस कॉनक्लेव के दौरान हरीश राठौड़ को उनके योगदान एवं दृष्टिकोण को देखते हुए आर्ट ऑफ गिविंग संस्था की ओर से उनके क्षेत्र का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया। यह एक बड़ी उपलब्धि है, जो न केवल हरीश के कार्यों की सराहना है, बल्कि आने वाले समय में उनकी सामाजिक भूमिका को और अधिक सशक्त बनाएगी। आर्ट ऑफ गिविंग एक समाजसेवी संस्था है जो निःस्वार्थ सेवा के मूल्यों को बढ़ावा देती है। इसके संस्थापक प्रो. अच्युत सामंता के मार्गदर्शन में (कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस) विश्वविद्यालय में 40,000 से अधिक वंचित आदिवासी बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, भोजन और आवास की सुविधा दी जाती है।
ये बच्चे समाज के उन तबकों से आते हैं जिन्हें मुख्यधारा में लाना एक बड़ी चुनौती है, इस कार्य से प्रो सामंता ने बच्चों को नक्सलवाद से बचाते हुए अपने कंधों पर लेकर उन्हें सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर किया है। हरीश की इस उल्लेखनीय भागीदारी और उपलब्धि न केवल उनके लिए गर्व की बात है, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत भी है, जो समाज में बदलाव लाने का सपना देखते हैं। हरीश को यह अवसर उनकी सामाजिक गतिविधियों के कारण प्राप्त हुआ l राठौड़ पिछले 3 वर्षों से आर्ट ऑफ गिविंग संस्था से जुड़े है और राजस्थान में इसके लिए काम कर रहे है जो कि मूलतः जैसलमेर जिले के ग्रामदानी गांव कबीर बस्ती के निवासी है ।

