Movie prime

राजस्थान में 254 करोड़ की लागत तैयार होगा नया रेलवे स्टेशन, साथ में बिछेगी नई रेलवे लाइन, इन राज्यों के यात्रियों को भी मिलेगा लाभ 

राजस्थान, हरियाणा पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कई अन्य राज्यों के करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक खाटूश्यामजी मंदिर तक आसानी से पहुंच सकें।खाटूश्यामजी में रेलवे ट्रैक और रेलवे स्टेशन के निर्माण की परियोजना पर 254 करोड़ रुपये की लागत आएगी।Rajasthan News
 
इन राज्यों के यात्रियों को भी मिलेगा लाभ

Rajasthan New railway Station: राजस्थान हरियाणा पंजाब और up के श्रद्धालुओं के लिए इस वक्त की अच्छी खबर सामने आ रही है।  बता दे की केंद्र और राज्य सरकार राज्य में धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सीकर जिले के खाटूश्यामजी मंदिर को विश्व स्तरीय धार्मिक स्थल बनाने की दिशा में काम कर रही है।

17.49 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछेगी 

रेल मंत्रालय रींगस से खाटूश्यामजी तक 17.49 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने का काम शुरू करेगा ताकि श्रद्धालु राजस्थान, हरियाणा पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कई अन्य राज्यों के करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक खाटूश्यामजी मंदिर तक आसानी से पहुंच सकें।खाटूश्यामजी में रेलवे ट्रैक और रेलवे स्टेशन के निर्माण की परियोजना पर 254 करोड़ रुपये की लागत आएगी।Rajasthan News


पर्यटन विभाग और पर्यटन से जुड़े लोगों से मिली जानकारी के अनुसार खाटूश्यामजी मंदिर की तर्ज पर खतुष्यम रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा।खतुष्यमजी मंदिर के दर्शनार्थियों को रेलवे स्टेशन पर ही खतुष्यमजी मंदिर की एक झलक मिलेगी।इसके साथ ही देश-विदेश से खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।


इसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।


राजस्थान सरकार ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर खाटूश्यामजी कॉरिडोर के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।वहीं, केंद्र सरकार ने हाल ही में यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वदेश योजना के तहत 87 करोड़ रुपये का बजट दिया है।इस बजट से खाटूश्यमजी मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी।Rajasthan News


इस मंदिर में रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।ऐसे में सड़कों पर वाहनों की पार्किंग एक बड़ी समस्या बन जाती है।खटुष्यमजी मंदिर क्षेत्र में 54 बीघा में वाहनों के लिए पार्किंग विकसित की जाएगी।जगह पर काम किया जा रहा है।