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Big Breaking:-छात्रा अमायरा की दुखद मौत के मामले में नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता रद्द!

 
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THE BIKANER NEWS:बीकानेर/जयपुर: छात्रा अमायरा की दुखद मौत के मामले में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नीरजा मोदी स्कूल की सीनियर सेकेंडरी स्तर तक की मान्यता (Affiliation) रद्द कर दी है। बोर्ड द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में स्कूल प्रशासन की गंभीर लापरवाहियों को उजागर किया है।

जांच में सामने आई ये चौंकाने वाली खामियां:

CBSE की जांच रिपोर्ट में स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए गए हैं:

  • सबूतों से छेड़छाड़: रिपोर्ट में सबसे गंभीर पहलू यह सामने आया कि घटना के बाद मौके से खून के धब्बे साफ कर दिए गए थे, जिससे फॉरेंसिक जांच प्रभावित हुई। बोर्ड ने इसे पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करने वाला कृत्य माना है।
  • सुरक्षा का अभाव: स्कूल की ऊंची मंजिलों पर सेफ्टी नेट या मजबूत रेलिंग नहीं थी। CCTV निगरानी भी अपर्याप्त पाई गई।
  • काउंसलिंग और कमेटियां सिर्फ कागजों में: छात्रों की मानसिक स्थिति के लिए काउंसलिंग सिस्टम प्रभावी नहीं था। साथ ही एंटी-बुलिंग, POCSO और चाइल्ड प्रोटेक्शन कमेटियां केवल कागजों तक सीमित थीं, जमीनी स्तर पर इनका कोई काम नहीं हो रहा था।
  • स्टाफ की कमी: अलग-अलग फ्लोर पर निगरानी के लिए पर्याप्त स्टाफ तैनात नहीं था।

छात्रों के भविष्य पर क्या होगा असर?

छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को देखते हुए CBSE ने कुछ राहत भी दी है:

  1. सत्र 2025-26: वर्तमान में कक्षा 10वीं और 12वीं में पढ़ रहे छात्र इसी स्कूल से अपनी बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे, ताकि उनकी पढ़ाई खराब न हो।
  2. सत्र 2026-27: कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों को नजदीकी अन्य CBSE स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा।
  3. नये प्रवेश पर रोक: स्कूल को किसी भी कक्षा में अब नया एडमिशन लेने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं था संतोषजनक:CBSE ने बताया कि 20 नवंबर 2025 को स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन स्कूल का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। बोर्ड का मानना है कि यदि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाता, तो यह हादसा रोका जा सकता था। स्कूल अब सत्र 2027-28 में ही दोबारा संबद्धता के लिए आवेदन कर सकेगा।