नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस हाइवे पर 60 किमी पर फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पम्प बनेंगे, जगह की चिन्हित
जल्द ही नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस हाइवे पर सफर करने वाले यात्रियों को प्रत्येक 60 किमी पर आराम करने तथा मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी। केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाइवे व एक्सप्रेस हाइवे पर थकान के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत हाइवे पर हर 60 किमी पर फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पम्प, चार्जिंग स्टेशन, शौचालय के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र विकसित किए जाएंगे। ताकि यात्री यहां रुक कर आराम कर सकें और मेडिकल इमरजेंसी में उपचार प्राप्त कर सकें।
मंत्रालय की ओर से देशभर में 501 साइट चयनित की गई है, जिनमें 94 स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू कर दिए गए हैं। राजस्थान में एनएच 62 समेत अन्य हाइवे पर 72 स्थानों का चयन किया गया है और 20 स्थानों पर सुविधाएं विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है।
देशभर में 1500 स्थान चिन्हित, निजी स्तर पर होगा संचालन
प्रोजेक्ट में देशभर के नेशनल हाइवे पर कुल 1500 स्थानों पर यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी। प्रथम फेज में 501 साइट एमिनिटीज आवंटित किए हैं। वित्तीय वर्ष 2027-29 तक 700 से अधिक हाइवे साइड एमिनिटीज विकसित करने का लक्ष्य है। जिनका संचालन निजी स्तर पर किया जाएगा। ये साइड एमिनिटीज में स्थानीय रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा।
नियमानुसार नेशनल हाइवे पर एक से दूसरे टोल के बीच की दूरी 60 किमी होती है। इसलिए मंत्रालय ने यात्री सुविधाएं विकसित करने के लिए न्यूनतम 60 किमी दूरी का चयन किया है। हाईवे निर्माण के दौरान टोल प्लाजा के समीप अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जाता है। ऐसे में प्रोजेक्ट के तहत इन टोल प्लाजा के समीप यात्री सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
जल्द ही नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस हाइवे पर सफर करने वाले यात्रियों को प्रत्येक 60 किमी पर आराम करने तथा मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी। केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाइवे व एक्सप्रेस हाइवे पर थकान के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत हाइवे पर हर 60 किमी पर फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पम्प, चार्जिंग स्टेशन, शौचालय के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र विकसित किए जाएंगे। ताकि यात्री यहां रुक कर आराम कर सकें और मेडिकल इमरजेंसी में उपचार प्राप्त कर सकें।
मंत्रालय की ओर से देशभर में 501 साइट चयनित की गई है, जिनमें 94 स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू कर दिए गए हैं। राजस्थान में एनएच 62 समेत अन्य हाइवे पर 72 स्थानों का चयन किया गया है और 20 स्थानों पर सुविधाएं विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है।
देशभर में 1500 स्थान चिन्हित, निजी स्तर पर होगा संचालन
प्रोजेक्ट में देशभर के नेशनल हाइवे पर कुल 1500 स्थानों पर यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी। प्रथम फेज में 501 साइट एमिनिटीज आवंटित किए हैं। वित्तीय वर्ष 2027-29 तक 700 से अधिक हाइवे साइड एमिनिटीज विकसित करने का लक्ष्य है। जिनका संचालन निजी स्तर पर किया जाएगा। ये साइड एमिनिटीज में स्थानीय रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा।
नियमानुसार नेशनल हाइवे पर एक से दूसरे टोल के बीच की दूरी 60 किमी होती है। इसलिए मंत्रालय ने यात्री सुविधाएं विकसित करने के लिए न्यूनतम 60 किमी दूरी का चयन किया है। हाईवे निर्माण के दौरान टोल प्लाजा के समीप अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जाता है। ऐसे में प्रोजेक्ट के तहत इन टोल प्लाजा के समीप यात्री सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
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