जयपुर, दौसा और सवाई माधोपुर के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, पहली बार ईसरदा बांध में भरेगा पानी
बांध का पहला चरण लगभग पूरा हो चुका है। पहले चरण में ईसरदा बांध से दौसा और सवाई माधोपुर जिलों को पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही इस बांध से रामजल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक परियोजना) के तहत जयपुर के रियासतकालीन रामगढ़ बांध को भी भरा जाएगा।
यह वही रामगढ़ बांध है, जो दशकों से सूखा पड़ा है। बीसलपुर बांध के ओवरफ्लो होने की स्थिति में अरबों लीटर पानी व्यर्थ बंगाल की खाड़ी में नहीं जाएगा।
बीसलपुर बांध-अब तक 7 बार ओवरफ्लो
2006 26
2014 11
2016 134
2019 93
2022 132
2024 31
618 करोड की लागत से बना बांध
618 करोड की लागत से बना बांध
420 करोड का मुआवजा दिया है डूब क्षेत्र के लोगों के लिए
28 गेट हैं बांध के
56 स्वीडिश हाइड्रोलिक सिलेंडर लगाए हैं बांध को खोलने के लिए
2018 में हुआ था बांध का निर्माण कार्य
बांध का एक हिस्सा सवाई माधोपुर और दूसरा हिस्सा टोंक में है
बनास नदी पर बना है बांध
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में बांध की भराव क्षमता 3.24 टीएमसी है। दूसरे चरण में बांध की ऊंचाई बढ़ाकर इसकी क्षमता 7.53 टीएमसी की जाएगी। इस अतिरिक्त पानी से वर्ष 2029 के बाद जयपुर का रामगढ़ बांध भरा जाएगा।
दो जिलों की सीमा पर बना है बांध: बनास नदी पर बना यह बांध दो जिलों - सवाई माधोपुर और टोंक - की सीमा पर स्थित है। बांध का एक हिस्सा सवाई माधोपुर के ईसरदा गांव में और दूसरा टोंक जिले के बनेठा क्षेत्र में है। इस मानसून में जब बांध पहली बार भरेगा, तो दौसा और सवाई माधोपुर को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
इस टीम की निगरानी में पहली बार भरेगा बांध
विजय शर्मा-अधीक्षण अभियंता
विकास गर्ग-अधिशासी अभियंता
मोहन लाल मीणा-अधिशासी अभियंता
देवानंद -अधिशासी अभियंता