राजस्थान में अब सुस्त अफसरों की खैर नहीं, बेहतर प्रदर्शन वालों को मिलेगा ये लाभ, सीएम भजनलाल ने दी चेतावनी
Rajasthan News : राजस्थान से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे की राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिलों की जनसुनवाई रिपोर्ट पर फीडबैक लिया है. रिपोर्ट में जहां सुस्तअधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है जबकि काम करने वाले अधिकारीयों को लाभ मिलेगा सीएम भजनलाल द्वारा ये कहा गया है।
अधिक जनकनरी के लिए बता दे की सीएमआर की समीक्षा रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री की निगरानी में तैयार की जा रही है. सीएम हर सोमवार खुद जनसुनवाई करते हैं और मामलों की प्रगति देखते हैं. शिकायतों के निस्तारण की दर, समाधान की गुणवत्ता और फीडबैक को विशेष महत्व दिया जा रहा है. Rajasthan News
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में जिला स्तर पर जनसुनवाई की गुणवत्ता और उसकी नियमितता को लेकर जिला कलेक्टर्स से CMR पोर्टल पर आधारित रिपोर्ट तलब की है. यह रिपोर्ट दर्शाती है कि कौन से जिलों में आमजन की शिकायतें ज्यादा आ रही हैं और किन जिलों में अफसर सुनवाई को लेकर गंभीर नहीं हैं. Rajasthan News
मुख्यमंत्री कार्यालय की समीक्षा में यह सामने आया कि कुछ जिलों के कलेक्टर नियमित रूप से जनसुनवाई नहीं कर रहे हैं. ऐसे अफसरों को फिलहाल ‘ठंडे बस्ते' में डालने की चेतावनी दी गई है. वहीं जिन जिलों में कलेक्टर और अन्य अधिकारी सीएमआर पोर्टल पर समयबद्ध और प्रभावी कार्य कर रहे हैं, उनकी परफॉर्मेंस को सरकार ने नोट किया है. Rajasthan News
सूत्रों के अनुसार, आगामी IAS तबादला सूची में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को सचिवालय या अन्य प्रमुख पदों पर नियुक्त किया जा सकता है. वहीं सुस्त अधिकारियों को किनारे किया जाएगा. Rajasthan News
सरकार की कोशिश है कि जनसुनवाई महज औपचारिकता न रहे. बल्कि जनता को सम्मान के साथ समाधान मिले. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह कदम प्रदेश में जवाबदेही और पारदर्शिता को मजबूत करेगा. आने वाले दिनों में इस रिपोर्ट के आधार पर कई जिलों में प्रशासनिक फेरबदल की संभावना है. Rajasthan News