Mission Jeevan Suraksha: राजस्थान की मंडियों में शुरू हुआ बदलाव का मिशन, श्रमिकों की जिंदगी में आ रही नई रोशनी
Mission Jeevan Suraksha:जयपुर। राजस्थान के कृषि उपज बाजारों में काम करने वाले हम्माल, पल्लादार और ट्यूलर को अब सामाजिक सुरक्षा का एक मजबूत कवच मिल रहा है। कृषि विपणन विभाग द्वारा 'मिशन जीवन सुरक्षा' के तहत इन श्रमिकों के लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) को जोड़ने का अभियान मार्च 2025 से शुरू किया गया था, जिसने अब 95 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल कर लिया है।
अभियान की मुख्य विशेषताएं
कृषि और बागवानी विभाग के सचिव राजन विशाल के निर्देश पर सभी कृषि उपज बाजार समितियों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए, जिन्होंने मंडी में काम करने वाले श्रमिकों के बैंक खाते खोले और उन्हें बीमा योजनाओं से जोड़ा। अब तक पीएमजेजेबीवाई में 94.76 प्रतिशत और पीएमएसबीवाई में 95.34 प्रतिशत श्रमिकों का बीमा किया जा चुका है।Jeevan Suraksha
बीमा योजनाओं के बारे में जानकारी
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) 18 से 50 वर्ष के बैंक खाताधारकों के लिए है। इस योजना के तहत मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है। वार्षिक प्रीमियम 436 रुपये है और किसी चिकित्सा जांच की आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) 18 से 70 वर्ष के आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए है। इसमें दुर्घटना के कारण मृत्यु या विकलांगता के मामले में 2 लाख रुपये तक का बीमा कवर उपलब्ध है, जिसकी प्रीमियम राशि केवल 20 रुपये सालाना है।Jeevan Suraksha
100% बीमा कवर
विभाग ने 100% बीमा कवरेज का लक्ष्य निर्धारित किया है और मंडियों में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी को कवर करने के लिए दृढ़ है। मंडी समितियों के माध्यम से श्रमिकों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है ताकि उनके परिवारों को भी ताकत मिल सके।Jeevan Suraksha