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New IIT : हरियाणा-राजस्थान के बार्डर पर 300 एकड़ में बनेगी नई आईआईटी!, किसानों पर होगी धनवर्षा 

योजना से हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के युवाओं को मौका मिलेगा और रोजगार के नए अवसर खुलने वाले है

 
New IIT : हरियाणा-राजस्थान के बार्डर पर 300 एकड़ में बनेगी नई आईआईटी!, किसानों पर होगी धनवर्षा 

हरियाणा के राजस्थान के साथ लगते जिले सिरसा में सरकार द्वारा नई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी IIT बनाने की संभावनाएं तलाशी जा रही है। अगर यह योजना सिरे चढ़ती है तो हरियाणा के साथ राजस्थान व पंजाब के युवाओं को बेहतर करियर बनाने का मौका मिलेगा और रोजगार के नए अवसर खुलने वाले है। नई IIT बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर सिरसा के डीसी के माध्यम से हरियाणा सरकार को भेजा गया है।

प्रशासन की तरफ से आईआईटी बनाने के लिए 300 एकड़ जमीन की जरूरत है। इसलिए सिरसा जिले के गांव मिठी सुरेरां में इस जमीन मिली है। जहां पर ग्राम पंचायत के माध्यम से इस गांव में जमीन का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा है। ऐसे में एक ही जगह पर इतनी जमीन पर मिलने पर गांव मिठी सुरेरां में नई आईआईटी बनाने  की संभावनाएं ज्यादा बढ़ गई है।

हालांकि एजुकेशन हब के तौर पर जानी जाने वाली आईआईटी को लेकर ग्रामीण भी काफी सक्रिय दिखाई दे रहे है। आईआईटी बनाने के लिए 300 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी और ऐसे में सरकार द्वारा इस जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।

अगर जमीन का अधिग्रहण होता है तो गांव मिठी सुरेरां के लोगों पर नोटों की वर्षा होगी, वहीं गांव मिठी सुरेरां के साथ-साथ पास के गांवों की प्रापर्टी के रेट भी आसमान पर पहुंच जाएंगे। जहां पर आईआईटी के माध्यम से रिसर्ज के काम होगा, वहीं उसके आसपास के क्षेत्र में रोजगार के बहुत अवसर खुलने वाले है। जहां पर उसके आसपास के क्षेत्र में एजुकेशन का हब बन जाएगा। 

ग्राम पंचायत ने सीएम से मिलेकर रखा प्रस्ताव 

गांव मिठी सुरेरां की ग्राम पंचायत भी इस आईआईटी को लेकर सक्रिय दिखाई दे रही है। इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत ने सीएम नायब सैनी से मुलाकात की थी और उनके गांव द्वारा दिए गए प्रस्ताव के बारे में अवगत करवाया था। मिठी सुरेरां ग्राम पंचायत एक अप्रैल 2025 को सिरसा के डीसी के माध्यम से प्रस्ताव भेजा गया था। इस प्रस्ताव में ऐलनाबाद के खिनानिया हनुमानगढ़ रोड पर 300 एकड़ जमीन का प्रस्ताव बनाया गया था।

यह जगह जहां राजस्थान की सीमा के पास मौजूद है। वहीं तीसरे राज्य पंजाब भी यहां से 35-40 किलोमीटर दूर है। इस जगह पर जहां पर रेल की सुविधा भी मौजूद है और ग्राम पंचायत की काफी जमीन भी मौजूद है। इसके अलावा इसके पास पानी की दो माइनर भी बनी हुई है। इन माइनर में घग्गर नदी का पानी आता है। ऐसे में आईआईटी के लिए पानी की जरूरत पड़ेगी तो वह भी उपलब्ध है। 

जमीन का नक्शा बनाकर सरकार के पास भेजा 

गांव मिठी सुरेरां के सरपंच सत्यनारायण सैन ने कहा कि नई आईआईटी बनाने के लिए उनके गांव में सभी अनुकूल परिस्थितियां है। इसलिए गांव की जमीन का नक्शा बनाकर सरकार के पास भेजा हुआ है। नक्शा भेजने के बाद इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी से भी मिल चुके है। उनको पूरा विश्वास है कि सरकार उनके गांव में नई आईआईटी बनाने के लिए मंजूरी देगी।