Palace on Wheels: राजस्थान की शाही ट्रेन बनी विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद, एक कैबिन की कीमत ₹23 लाख
Palace on Wheels : राजस्थान की शाही ट्रेन के नाम से जानी जाने वाली पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन (Palace on Wheels) विदेशियों की पहली पंसद बन गई है। जहां पर शाही ट्रेन के कैबिन बुक करने के लिए विदेशी लोग काफी रुची दिखा रहे है। शाही ट्रेन के अब तक 300 से ज्यादा कैबिन बुक हो चुके हैं। आपको बता दे कि शाही ट्रेन का सफर भी काफी महंगा है और एक कैबिन की बुकिंग 23 लाख रुपये के करीब है। इस ट्रेन में शाही लोग ही सफर करते हैं, इसके कारण पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन नाम होने के बावजूद आम भाषा में इस ट्रेन को शाही ट्रेन के नाम से ही पुकारा जाता है। इस ट्रेन के एक केबिन में दो लोग सफर कर सकते है। पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन में अब तक हुई 350 बुकिंग में सबसे ज्यादा यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, साउथ अफ्रीका और यूरोप के लोगों द्वारा बुकिंग की गई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस ट्रेन में सफर करने वाले अधिकतर यात्री एनआरआई होते है। पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन सात दिन और आठ रात का टूर पर होती है। इस ट्रेन का रुट में दिल्ली से जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा से वापस दिल्ली पहुंच जाती है। इस ट्रेन में सात दिन व आठ रात की कैबिन बुकिंग के रेट 10 लाख, 16 लाख, 23 लाख रुपये तक हैं।
लग्जरी होटल है ट्रेन चलता फिरता
पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन एक तरह से चलता फिरता लग्जरी होटल है। इसमें लग्जरी होटल से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध है। पहले इसमें मौजूद रेस्त्रां को महाराजा व महारानी रेस्त्रां के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब रेलवे विभाग ने इसमें बड़ा बदलाव कर दिया है। अब इनका नाम बदलकर 'आमेर का शीश महल' और जैलसमेर के सोनार किले के नाम पर 'स्वर्ण महल' कर दिया।Palace on Wheels
ट्रेन में यात्रियों को मिलता है शाही खाना
ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को शाही खाना दिया जाता है। जहां पर उनकी सेहत का पूरा ध्यान रेखा जाता है और ऑयल फ्री खाना दिया जाता है। मेन्यू में खास व्यंजन जैसे पालक छुपा रुस्तम, लीची लजवाब, रोस्टेड ब्रोकली, ग्रेप फ्रूट चीज़ स्टिक, वेज मुसक्का, स्पेनिश कॉर्न, सब्ज रत्नागिरी और राजस्थानी थाली को शामिल किया गया है। इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए एक डाक्टर हमेशा ही ड्यूटी पर तैनात रहता है।Palace on Wheels