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Rajasthan Kishanganj News: किशनगंज थाने में क्या हुआ था उस रात, क्यों पूरा थाना एक ही आदेश में हो गया लाइन हाजिर?

22 जुलाई को किशनगंज थाना इलाके के रामगढ़ रोड पर युवक बबलू मीणा का लहूलुहान शव मिला था. मामले की जांच करते हुए पुलिस ने उसके साथी बराना गांव निवासी लोकेश सुमन को गिरफ्तार किया था. परिजनों के अनुसार पुलिस ने लोकेश सुमन को 22 जुलाई को पकड़ा था. तब से उसे 27 जुलाई तक अवैध रूप से हिरासत में रख रखा था.
 
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Rajasthan Kishanganj News : बारां जिले के किशनगंज थाने में हत्या के आरोपी की संदिग्ध हालत में मौत के बाद परिजन गुस्से में हैं. उनका पुलिस पर सीधा आरोप है कि उनके बेटे की थाने में हत्या की गई है. किशनगंज अस्पताल के बाहर परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की.

परिजनों का कहना है कि मृतक युवक को पुलिस ने पिछले 5 दिनों से अवैध रूप से हिरासत में रखा हुआ था. इस दौरान उसे किसी से मिलने भी नहीं दिया गया. कैदी की मौत के बाद पुलिस अधीक्षक अभिषेक अडांसु ने किशनगंज एसएचओ विनोद मीणा सहित 23 पुलिसकर्मियों को एक साथ लाइन हाजिर कर दिया है.Rajasthan Kishanganj News


दरअसल 22 जुलाई को किशनगंज थाना इलाके के रामगढ़ रोड पर युवक बबलू मीणा का लहूलुहान शव मिला था. मामले की जांच करते हुए पुलिस ने उसके साथी बराना गांव निवासी लोकेश सुमन को गिरफ्तार किया था.

परिजनों के अनुसार पुलिस ने लोकेश सुमन को 22 जुलाई को पकड़ा था. तब से उसे 27 जुलाई तक अवैध रूप से हिरासत में रख रखा था. पुलिस ने 27 जुलाई को उसकी आधिकारिक गिरफ्तारी बताई थी. उसके बाद इसके फुटेज भी मीडिया में जारी किए गए थे.

सोमवार को सुबह लोकेश सुमन की मौत हो गई


28 जुलाई को सुबह थाने के भीतर ही लोकेश सुमन की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. पुलिसकर्मी उसे जिला अस्पताल ले गए. वहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. थाने में मौत के बाद लोकेश के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है.

घटना की सूचना पाकर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी जिला अस्पताल में मौजूद रहे. पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से नियमानुसार शव का किशनगंज अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया.Rajasthan Kishanganj News

सूत्र बताते हैं कि लोकेश सुमन और तीन अन्य लोगों को भंवरगढ़ थाना पुलिस ने पकड़ा था. लोकेश को वहीं पर रखा गया था. उसकी गिरफ्तारी होने के बाद उसे 27 जुलाई को किशनगंज थाने लाया गया था. वहां उसकी मौत हो गई.

तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए थाने लाया गया था


लोकेश सुमन के अस्पताल पहुंचे परिजन मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक उसके साथ ही तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए थाने लाया गया था. लेकिन उनको पूछताछ करके छोड़ दिया गया.

केवल लोकेश सुमन को ही मुल्जिम बनाया गया. थाने में हिरासत के दौरान हुई इस मौत के बाद पुलिस महकमे में हलचल मची हुई है. पुलिस अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया है. फिलहाल सोमवार को ही पदभार ग्रहण करने वाले कोटा आईजी भी मामले पर निगरानी बनाए हुए हैं.Rajasthan Kishanganj News