Rajasthan News: BJP के इस विधायक पर धार्मिक भावनाएं आहात करने का आरोप, केस दर्ज
बाद में मांगी माफी
Rajasthan News (Jaipur): राजधानी जयपुर के जोहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार देर रात विवादित पोस्टर लगाने की घटना के बाद जयपुर की हवा महल सीट से भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि विधायक ने शनिवार को अपने कृत्य के लिए माफी मांग ली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार शाम को जयपुर के बड़ी चौपड़ में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया गया था। विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य अपने समर्थकों के साथ जोहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद पहुंचे और कथित तौर पर 'जय श्री राम' के नारे लगाए और मस्जिद की सीढ़ियों पर 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' लिखे पोस्टर चिपकाए और उन पर पैर भी रखे। उस समय मस्जिद के अंदर रात्रि की नमाज चल रही थी, जिससे वहां मौजूद लोगों में गुस्सा भड़क गया।
घटना का वीडियो वायरल हो गया और बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए और विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। स्थिति तनावपूर्ण हो गई और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल बुलाया गया। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जोसेफ जॉर्ज ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। समझाइश के बाद धीरे-धीरे भीड़ को हटाया गया। जामा मस्जिद प्रशासन की शिकायत पर विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और शांति भंग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
हालांकि, शनिवार को शहर में स्थिति शांतिपूर्ण रही, लेकिन जौहरी बाजार और बड़ी चौपड़ इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। जयपुर पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। शहर के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
इस बीच, विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी है। शनिवार को सोशल मीडिया पर विधायक ने कहा, "मैंने किसी समुदाय के खिलाफ कुछ नहीं कहा। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। अगर किसी को मेरी बातों से ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं और स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरा उद्देश्य केवल देशहित की बात करना था। देश में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना जरूरी है। सभी को एक साथ आकर समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देना चाहिए।"