Rajasthan News : राजस्थान वासियों के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी, इस राज्य से नए समझौते के तहत मिलेगा 89 हजार क्यूसेक पानी
प्रताप सागर बांध में पानी की आवक शुरू होते ही नियंत्रण कक्ष सक्रिय हो गया और स्काडा सिस्टम से लगातार निगरानी रखी जा रही है। यह पहला अवसर है जब मई माह में ही बिना बरसात राणा प्रताप सागर बांध लबालब भरने की स्थिति में पहुंच रहा है।
Rajasthan News : मध्यप्रदेश सरकार की ओर से चंबल नदी के सबसे बड़े बांध गांधीसागर पर 1920 मेगावाट की पंप स्टोरेज परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। इसी के चलते शुक्रवार को गांधीसागर बांध के पांच स्लूज गेट खोलकर लगभग 89 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की गई। यह पानी राणा प्रताप सागर (आरपीएस) बांध में भेजा जा रहा है। इसके बाद पनबिजली संयंत्र की मशीनें चालू कर पानी आगे प्रवाहित किया जाएगा।
गांधीसागर से पानी छोड़े जाने से पहले डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में सायरन बजाकर अलर्ट किया गया। राणा प्रताप सागर बांध में पानी की आवक शुरू होते ही नियंत्रण कक्ष सक्रिय हो गया और स्काडा सिस्टम से लगातार निगरानी रखी जा रही है। यह पहला अवसर है जब मई माह में ही बिना बरसात राणा प्रताप सागर बांध लबालब भरने की स्थिति में पहुंच रहा है।
पानी छोड़े जाने का कारण
गांधीसागर बांध के कैचमेंट क्षेत्र में रामपुरा के पास खेमला में 1920 मेगावाट की पंप स्टोरेज परियोजना निर्माणाधीन है। परियोजना के अंतिम चरण में चंबल से पानी लेने के लिए कोफर डेम का निर्माण आवश्यक है, जिसके लिए बांध काू जलस्तर घटाना अनिवार्य था। मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग ने राजस्थान के जल संसाधन विभाग से अनुमति लेकर यह जल प्रवाह शुरू किया।
जल संसाधन विभाग, मध्यप्रदेश के मुख्य अभियंता विनोद देवड़ा ने बताया कि गांधीसागर बांध के कैचमेंट में बन रही 1920 मेगावाट पंप स्टोरेज परियोजना के लिए 891.944 एमसीएम जल प्रवाहित करना शुक्रवार को शुरू किया गया है। पांच स्लूज गेटों से लगभग 89 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।