Rajasthan Rain Alert: राजस्थान के इन जिलों में अब होगी ताबड़तोड़ बारिश, मौसम विभाग ने 26, 27, 28 और 29 जून के लिए जारी किया अलर्ट
Rajasthan Heavy Rain Alert : राजस्थान में मौसम का मिजाज प्रु तरह बदल गया है। बता दे की पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। बारां जिले में भारी बारिश के बीच पुल बह गया था। कई जगहों पर घरों में पानी घुस गया। बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। इस बीच, नदी में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं, मौसम विभाग ने अब पश्चिमी राजस्थान के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने कहा है कि 26,27,28 और 29 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश होने की संभावना है, इसलिए आईएमडी जयपुर ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है।
मौसम विभाग जयपुर ने पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, पाली, सिरोही, फलौदी और बालोतरा जिलों के भारी बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने 24 जून को जारी किए अलर्ट में बताया कि एक परिसंचरण तंत्र उत्तर प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। 24 जून को पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
आज के लिए बारिश की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर और मध्य भारत के कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी राजस्थान में 26 से 29 जून तक भारी बारिश का अलर्ट
आईएमडी जयपुर ने कहा कि 26 से 29 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभागों में बारिश की गतिविधि बढ़ने की संभावना है। कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में राजस्थान के जिन इलाकों में न के बराबर बारिश हुई है, वहां अब भारी बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटों में राजस्थान मौसम कैसा रहा?
पश्चिमी राजस्थान के जिलों में मानसून अभी पूरी तरह नहीं पहुंचा है। मानसून वर्तमान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य राजस्थान से होकर गुजर रहा है। राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान सिरोही जिले में 21.9 डिग्री दर्ज किया गया। आज दर्ज किए गए अवलोकनों के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में औसत नमी की मात्रा 65 से 100 के बीच दर्ज की गई।