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 RPSC New Chairman : 1988 बैच के राजस्थान कैडर के IPS अधिकारी साहू बने RPSC के नए चेयरमैन, राह नहीं होगी आसान, सामने खड़ी है ये बड़ी चुनौतियां 

पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू को आयोग का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब आयोग की साख लगातार आलोचनाओं और विवादों के घेरे में रही है.New RPSC Chairman

 
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New RPSC Chairman: रसजथन से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है।  बता दे की काफी समय इन्तजार करने के बाद आखिरकार राजस्थान लोक सेवा आयोग को नया प्रशासक मिल गया है. 

New RPSC Chairman
अधिक जांनकारी के लिए बता दे की पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू को आयोग का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब आयोग की साख लगातार आलोचनाओं और विवादों के घेरे में रही है.New RPSC Chairman

सामने खड़ी है कई बड़ी चुनौतियां 


अधिक जानकारी के लिए बता दे की पिछले कुछ वर्षों में RPSC की परीक्षाओं में पेपर लीक, अयोग्यता पर चयन, और सिफारिशों के आरोपों ने इस संवैधानिक संस्था की छवि पर सवाल खड़े किए हैं. ऐसे में यु.आर. साहू जैसे अनुशासित और भ्रष्टाचार-विरोधी छवि वाले अधिकारी से बड़ी उम्मीदें की जा रही हैं.


साहू के सामने आरपीएससी के काम काज में पारदर्शिता लाना पहली प्राथमिकता होगी. पेपर लीक और निष्पक्षता पर उठते सवालों को पूरी तरह से समाप्त करना उनके सामने एक बड़ी चुनौती है. भर्तियों में राजनैतिक/प्रशासनिक हस्तक्षेप की शिकायतें लगातार आती रही हैं.

RPSC में परीक्षा से लेकर परिणाम तक की प्रक्रिया में तकनीकी सुधार और डिजिटलीकरण की जरूरत है ताकि हर कदम रिकॉर्ड और ट्रेसेबल हो. उनके सामने सबसे बड़ी परीक्षा यह होगी कि राजस्थान का युवा वर्ग फिर से RPSC पर भरोसा करे.New RPSC Chairman

पूर्व DGP यू.आर. साहू की प्रशासनिक यात्रा 

बता दे की 1988 बैच के राजस्थान कैडर के IPS अधिकारी साहू ने तीन दशक से भी जायदा समय से अपनी सेवाएं दे रहे है।  लोग इनकी ईमानदारी की मिशाल देते है।  New RPSC Chairman

UR साहू के बारे में कुछ जानकारी 

  • उत्कल रंजन साहू का जन्म 20 जून 1964 को ओडिशा में हुआ. 
  • भारतीय पुलिस सेवा में उनका चयन 1988 बैच में हुआ और उन्हें राजस्थान कैडर आवंटित किया गया. 
  • साहू ने अपनी सेवा की शुरुआत ASP जोधपुर के रूप में करने के बाद बाड़मेर, हनुमानगढ़, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा और श्रीगंगानगर समेत कुल 8 जिलों में SP के रूप में कार्य किया.New RPSC Chairman
  •  उन्होंने वर्ष 2014 से 2018 तक राजस्थान इंटेलिजेंस ब्यूरो का नेतृत्व किया.

अब सबकी निगाहें इस बात पर होंगी कि क्या साहू आयोग की साख और युवाओं का भरोसा फिर से बहाल कर पाएंगे. अभी तो यही कहा जा सकता है क़ि राजस्थान पुलिस की सेवा में यू.आर. साहू ने अनुशासन, निष्ठा और पारदर्शिता का जो मानक स्थापित किया, वही अब उन्हें RPSC जैसे संवेदनशील और विवादग्रस्त आयोग का नेतृत्व सौंपे जाने का आधार बना. New RPSC Chairman