वर्षों पुरानी ऐतिहासिक 'बावड़ी' राजस्थान सरकार के 'वंदे गंगा' जल संरक्षण अभियान की अनदेखी का हो रही है शिकार! ,कब पड़ेगी प्रसाशन की नजर..
THE BIKANER NEWS:-बीकानेर, कैसे होगा सफल राजस्थान सरकार का वंदे गंगा जल सरक्षंण जन चेतना अभियान,जब वर्षों पुराने जल संरक्षण के कुँए,बावड़ी और तालाबों में बारिश का पानी आने के रास्ते ही बंद कर दिये जाते है और जिला प्रसाशन की नजर तक नही पड़ती है!
एक तरह तो भजनलाल सरकार अभियान चलाकर जल बचाने का संदेश दे रही है और बड़े बड़े दावे कर रही है वही दूसरी तरफ बीकानेर में एक ऐसी वर्षों पुरानी तलाई/बावड़ी है जो बरसाते होने के बाद भी पानी के लिए तरस रही है। वजह है उसके अंदर बरसात का पानी जिन रास्तों से आता है उन रास्तों को बंद कर दिया जाता है।
हम बात कर रहे है बीकानेर के मूंधड़ा परिवार की एक बर्षो पुरानी धरोहर एक बावड़ी /तलाई की जो मुरलीधर कॉलोनी करमिसर रोड के अंदर महादेव मंदिर परिसर में बनी है और वही पर एक वर्षों पुराने पानी के कुंड की । मंदिर के पुजारी राजेश सेवग ने बताया की जब बरसाते होती है तो इस बावड़ी में पानी आने के तीन चार रास्ते बनाये गए है। जिनसे होकर आसपास का पानी आता है । पिछले कुछ वर्षों से हम लोग उन रास्तों को ठीक करते है ताकि पानी तेज़ी से आये और बावड़ी भर जाए। लेकिन वही मंदिर परिसर में रहने वाले कुछ लोग उन रास्तों में मिट्टी डालकर बंद कर देते है जिस वजह से उसमें पानी इकठ्ठा नही होता इस साल भी उन रास्तों को बंद कर दिया है,जिसे बरसाते होगी तो भी पानी नही आ पायेगा। यही नही इसी परिसर में एक वर्षों पुराना कुंड भी है जिसको भी मिट्टी से भरकर बंद कर दिया गया है।
जिला प्रसाशन अगर इस पर ध्यान नही देगा तो कैसे फिर जल अभियान सफल होगा। आप विडियो में देख सकते है क्या हाल है यहां के... अगर इसी तरफ से इन वर्षों पुरानी बावड़ियों तालाबों की अनदेखी होती रही तो आने वाले दिनों में कैसे फिर जल संरक्षण होगा। ऐसी भी जानकारी मिल रही है कि इस जगह को गोद भी लिया गया है और उनके कार्यकर्ता हर रविवार सुबह साफ सफाई करने भी आते है फिर भी....
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