राजस्थान के ये दो कस्बे सैटलाइट टाउन में होंगें तब्दील, आमजन को मिलेंगें ये बड़े फायदे
Rajasthan Smart City : खैरथल और किशनगढ़बास को सैटेलाइट टाउन के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह शहर आत्मनिर्भर होगा। उनके पास अपने संसाधन हैं। रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड तक उद्योग, अच्छे स्कूल आदि होंगे।
यह शहर लोगों को रोजगार देने का काम करेगा ताकि यहां के लोग मुख्य शहर की ओर पलायन न करें। यह मास्टर प्लान में प्रदान किया गया है। अलवर की आबादी 4.62 लाख है।
यह धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। 2051 तक जनसंख्या दस लाख को पार करने की संभावना है। जैसे-जैसे आबादी बढ़ती है, संसाधनों की कमी होती जाती है। आवास और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध हैं। Rajasthan News
इसे ध्यान में रखते हुए खैरथल और किशनगढ़बास को सैटेलाइट टाउन बनाने की योजना है। इन गांवों की आबादी एक लाख से कम है। तीन दशकों में उनकी आबादी 3 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।
इन शहरों का भी इसी तरह विकास किया जाएगा। सेटेलाईट टाउन एक बड़े शहर के आसपास का एक छोटा सा शहर है। इसे सैटेलाइट सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
Rajasthan News यह एक आत्मनिर्भर शहर है, जो मय शहर से जुड़ा हुआ है। उपग्रह शहरों के अपने स्कूल, अस्पताल और उद्योग हैं। यहाँ बहुत सारे अच्छे विकास और संसाधनों का विकास किया जाता है।
मुख्य शहर पर आबादी का भार होता है, तब आसपास के दूसरे शहर को सैटेलाइट टाउन बनाया जाता है। खैरथल की संभावनाएं ज्यादा हैं। वर्ष 2051 तक यहां और सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं। यहां सुनियोजित विकास की ओर कदम बढ़ाने होंगे।
-धर्मेंद्र शर्मा, रिटायर्ड एसई, यूआईटी। Rajasthan News