आगे बढ़ने के लिए अतिरिक्त प्रयास की आवष्यकता- पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम

THE BIKANER NEWS:- स्थानीय। बिनानी कन्या महाविद्यालय, बीकानेर में आज दिनांक 25.12.2023 को राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विषेष षिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम, महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय के अतिरिक्ति कुलसचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा, एवं महाविद्यालय प्रबंध समिति सचिव श्री गौरीषंकर व्यास व प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्य कार्यक्रम में उपस्थित रहें।
कार्यक्रम का विधिवत प्रारम्भ माँ सरस्वती के तेलचित्र पर पुष्प माला अर्पित कर उनके सामने दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ। इसी दौरान रासेयो की स्वयंसेविकाओं ने सरस्वती वंदना का सस्वर गायन किया और इसी क्रम में रासेयो के गीत की प्रस्तुति ‘‘उठे समाज के लिए बढ़े-बढ़े………..’’ का ससंगीत गायन किया जिसमें हारमोनियम पर व्याख्याता गंगा सोनी ने एवं तबले पर संगीत विभाग के श्री कैलाष जी पुरोहित ने की।
प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्य ने महाविद्यालय में पधारे मुख्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय के लिए गौरव का विषय है कि आज महिला महाविद्यालय में पुलिस अधीक्षक महोदया ने कदम रखा है, डॉ. आचार्या ने तेजस्वनी गौतम के आगमन पर उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जब से मैडम ने पुलिस अधीक्षक का पद बीकानेर में संभाला तब से बीकानेर में लॉ एण्ड ऑर्डर पूर्णतया व्यवस्थित है। इसी क्रम में डॉ. आचार्या ने अतिरिक्त कुलसचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा के आगमन को महाविद्यालय के लिए गौरवान्वित समय की संज्ञा दी।
कार्यक्रम के अगले चरण में रासेयो के प्रभारी श्री मुकेष बोहरा ने सात दिवसीय विषेष षिविर के विष्लेषण को रखते हुए बताया कि रासेयो षिविर का मुख्य उद्देष्य स्वस्थता एवं स्वच्छता एवं मिषन 2047 की थीम पर था जिसें स्वयं सेविकाओं और प्रभारियों ने पूर्णतया विवेक के साथ पूर्ण किया है। इसी क्रम में मुख्य अतिथि तेजस्वनि गौतम की इंगित करते हुए कहा कि आप का आगमन ही स्वयंसेविकाओं एवं छात्राओं में आत्मविष्वास जागृत करता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तेजस्वनी गौतम ने छात्रा स्वयंसेविकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए अतिरिक्त प्रयत्न की आवष्यकता है। उन्हें इस भ्रांति को तोड़ना होगा कि महिला अषक्त और पुरूष शक्त है। क्योंकि महिलाऐं पुरूषों की तुलना में अधिक महेनती संवेदनषील एवं जिम्मेवार है। शारीरिक बल भी तुलनात्मक रूप से महिलाओं में अधिक होता है इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक महिला 12 ईंटे लेकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाती है फिर भी थकती नहीं है बल्कि पुरूष एक कार्यालय में बैठकर 8 घण्टे कार्य करने के उपरान्त भी थक जाता है। उन्होंने साइबर क्राइम पर सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘‘लगभग 95 प्रतिषत साइबर क्राइम एक लड़की अपनी चौकसी के माध्यम से रोक सकती है। उन्होंने बताया कि अधिकतम साइबर क्राइम लालच एवं लापरवाही का नतीजा है, जिसे रोकने के लिए जागरूक होना आवष्यक है। ’’
कार्यक्रम के विषिष्ठ अतिथि के रूप में स्वयंसेविकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रासेयो का मंच विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति का मजबूत आधार प्रदान करता है। इन षिविरों के माध्यम से एक विद्यार्थी अपनी वाक् व अभिव्यक्ति कला को निखारने का कार्य आसानी से कर सकता है। समूह की हकीकत से रूबरू होने के लिए भी एवं सेवा भावों को समाज के सामने लाने के लिए भी रासेयो के षिविर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने छात्राओं को कहा कि वे भी रासेयो के नियमित सदस्य थे और अभी भी है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय सचिव श्री गौरीषंकर व्यास ने छात्राओं को उद्बोधन देते हुए कहा कि ‘‘सिर्फ शब्दों से क्रियान्वयन आपको सफलता के चरम बिन्दु तक नहीं ले जा सकता जब तक कोई उसे अपने आचरण में नहीं उतारता तब तक सभी कार्य निष्फल होते है। उन्होंने छात्राओं गांधी वादी दृष्टिकोण अपनाने के लिए आग्रह किया और कहा कि गांधी वहीं लिखते थे जो वे स्वयं करते थे। उनकी कथनी एवं करनी में किसी भी प्रकार का अन्तर नहीं था। उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि रासेयो वास्तविकता में गांधी जी ही सोच का परिणाम है।
राष्ट्रीय सेवा योजना में पधारे मुख्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए रासेयो के प्रभारी डॉ. अषोक व्यास ने बताया कि आप सभी का हार्दिक धन्यवाद है कि आप अपने बहुउपयोगी समय में से समय निकाल कर पधारे। डॉ. अषोक व्यास के दिषा निर्देषन में मुख्य अतिथियों के माध्यम से पौधारोपण करवाया गया।
पौधारोपण कार्यक्रम के बाद आगन्तुकों को रासेयो के समापन समारोह पर प्रभारी डॉ. अनिता मोहे एवं कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष द्वारा प्रतीक चिह्न दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्री गजानन्द व्यास ने किया।