जनाना हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ महिलाकर्मी से छेड़छाड़ के आरोप, संचालक ने भी महिला के खिलाफ कुछ दिन पूर्व 11लाख की हेराफेरी का मुकदमा करवाया था दर्ज

THE BIKANER NEWS:-बीकानेर 6 जून, पुलिस थाना कुचामनसिटी में बुधवार को डॉ. ओमप्रकाश बिसु के विरुद्ध चिकित्सालयकर्मी ने छेड़छाड़ सम्बन्धी मुकदमा दर्ज कराया है। इस सम्बन्ध में थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने रिपोर्ट में बताया कि वह चार साल से कुचामनसिटी के बूड़ सू रोड़ स्थित मारवाड़ जनाना हॉस्पिटल में नौकरी कर रही है। हॉस्पिटल डॉ. ओमप्रकाश बिसु पुत्र पदमाराम जाट निवासी कुचामनसिटी द्वारा
संचालित किया जाता है। उसके हॉस्पिटल में नौकरी ज्वाइन करने के कुछ महीनों बाद वर्ष 2021 में डॉ. ओमप्रकाश बिसु ने उसे
चैम्बर में बुलाकर तनख्वाह बढ़ाने की बात कहकर अवैध सम्बन्ध बनाने पर जोर दिया व जबरदस्ती करने लगा। प्रार्थीया घबराकर चेंबर से बाहर आ गई । अगले कुछ दिनों
तक सब कुछ सामान्य चलता रहा। दो दिन पहले डॉ. बिसु ने प्रार्थिया ने आरोप लगाया है कि इसके बाद मुल्जिम प्रार्थिया को अपने फ्लैट ले गया तथा फ्लैट में फिर से शारीरिक संबंध बनाने पर दबाब डाला जिस पर मुल्जिम से बचने के लिए उसने
नौकरी छोड़ दी। मुल्जिम द्वारा उसे झूठे केस में फंसाने तथा उसे एवं उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई, जिससे वह ज्यादा घबरा गई तथा
अन्दर ही अन्दर घुटने लगी। वह 5-6 महीनो तक डरी सहमी रही तथा अवसाद में चली गई। परिवारजनों द्वारा हिम्मत बंधाने पर 5-7 दिन पूर्व उसने परिवारजनों को सम्पूर्ण हकीकत बताई। प्रार्थिया के ताऊजी भागूलाल द्वारा चिकित्सालय में
उलाहना देने के लिए जाने पर उनके साथ भी अभद्रता की गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। मामले की जांच थानाधिकारी सुरेश चौधरी कर रहे है।
इसे पूर्व डॉ बिसु ने भी दर्ज कराया था मुकदमा
मारवाड़ हॉस्पिटल के डॉ. ओमप्रकाश बिसु ने दो दिन पूर्व युवती के विरुद्ध पुलिस थाना कुचामनसिटी में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें चिकित्सालय से करीब 11 लाख रुपयों के गबन का आरोप लगाया था। यह मामला भी शहर में काफी चर्चा का विषय रहा। मुकदमे के दो दिन बाद ही युवती द्वारा डॉ. बिसु पर छेड़छाड़ सम्बन्धी मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मुकदमा दबाने के लिए लगाया झूठा लांछन
डॉ. ओमप्रकाश बिसु ने बताया कि उन्होंने युवती के विरुद्ध हॉस्पिटल में गबन सम्बन्धी मुकदमा पुलिस थाना कुचामनसिटी में दर्ज कराया था। उसी
मुकदमें को दबाने के लिए उसने मुझ पर झूठा लांछन लगाया है। युवती के परिवार के सदस्य मेरे हॉस्पिटल आकर मानकर गए है कि युवती से रुपये गबन सम्बन्धी गलती तो हुई है। मैंने सम्पूर्ण सबूतों के साथ एफ. आई. आर. दर्ज कराई थी तो मुझे बदनाम करने के लिए यह मुकदमा दर्ज कराया गया
है। युवती के परिवारजनों ने भी हॉस्पिटल से चोरी सम्बन्धी उसकी गलती कबूली थी।
दोनो तरफ से मामले दर्ज होने के बाद अब पुलिस जांच कर रही है।