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बच्चो पर हावी ना होने दे एग्जाम फोबिया-डॉ.अमित

परीक्षा या साक्षात्कार एक ऐसा शब्द है, जो किसी सामान्य या बुद्धिमान व्यक्ति में भी एक बार तो डर उत्पन्न कर देता है।क्योंकि ये भविष्य की अनिश्चितता से जुड़ा होता है, जिसके फलस्वरूप विद्यार्थी या उम्मीदवार अपना शत-प्रतिशत
नहीं दे पाते, और उन्हें निराश भी होना पड़ सकता है।विश्व स्वास्थ्य दिवस पर डॉ अमित व्यास से की ख़ास मुलाक़ात तो उन्होंने बताया कि चिकित्सा विज्ञान के अनुसार phobia यह एक मानसिक बीमारी है, जिसमें परीक्षा या साक्षात्कार से पहले या दौरान सिर दर्द, घबराहट,बैचेनी नींद में कमी भूख की अनियमितता, सरदर्द असफल होने का डर आदि लक्षण प्रकट होने लगतेहै।

इसके अलावा अनेक विद्यार्थियों पर अभिभावको का दबाव रहता है कि वे अच्छे अंको से उत्तीर्ण हो, यह डर दिन प्रतिदिन विद्यार्थियों में इतना समा चुका होता है कि वे आत्मा हत्या करने तक का विचार करने लगते हैं। इसीलिए ऐसी किसी भी विषम परिस्थितियों के समय होने वाली परेशानियों का स्थायी एवं सटीक ईलाज “होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति द्वारा किया जा सकता है, क्योंकि यह हानिरहित चिकित्सा पद्धति है। आनेख के अन्त में लिखे गई कुछ होम्योपैथिक दवाओं का सेवन किसी अनुभवी ने योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक की देखरेख में करें।
इसके अलावा परीक्षा के दिनों में कमरों में बंद होने के बजाय पढ़ाई के साथ-2 हल्का फुल्का मनोरंजन करें। हल्का सुपाच्य भोजन लें। पर्याप्त नींद ले | Exam phobiya को हावी ना होने दें। विशेष तथा अभिभावकों से आग्रह है कि वेअपने बच्चों पर अनावश्यक दबाब न डालें।
Aconite, Aureum Met, Beludonma, Gelimium.
4lunoine, Baccespant.
Sinbeing, pass: Phora ex

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