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बड़ी खबर:-ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट सामने आई,मिले कई सबूत:-पढ़े खबर

ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट सामने आई, वकील विष्णु शंकर जैन का दावा, ‘मस्जिद से पहले मंदिर था’
ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट सामने आई, वकील विष्णु शंकर जैन का दावा, ‘मस्जिद से पहले मंदिर था’
ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट के बाद हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने गुरुवार को दावा किया कि ‘मौजूदा ढांचे से पहले मंदिर था. ज्ञानवापी मस्जिद की पश्चिमी दीवार मंदिर का अवशेष है.
ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट के बाद वकील विष्णु शंकर जैन का दावा, ‘मौजूदा ढांचे से पहले मंदिर था’
ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट के बाद वकील विष्णु शंकर जैन का दावा, ‘मौजूदा ढांचे से पहले मंदिर था’
वाराणसी. ज्ञानवापी की ASI सर्वे रिपोर्ट के बाद हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने गुरुवार को दावा किया कि ‘मौजूदा ढांचे से पहले मंदिर था. ज्ञानवापी मस्जिद की पश्चिमी दीवार मंदिर का अवशेष है. पिलर भी मंदिर के थे जिन्हे दोबारा इस्तेमाल किया गया है. मंदिर के अवशेष देवनागरी, ग्रंथा तेलगु आदि के मिले हैं. रुद्र और जनार्दन आदि देवता के चिह्न मिले हैं.’

जैन ने दावा किया, ‘मस्जिद में एक जगह लिखा है महामुक्ति मंडप, ये साफ संकेत हैं. 32 ऐसी जगह हैं जो मंदिर की थीं. ज्ञानवापी परिसर में खंभे हिन्दू मंदिर के हैं. एक पिलर में 1669 उसको दोबारा से इस्तेमाल किया गया. तहखाना में मंदिर के साक्ष्य मिले हैं. पश्चिमी दीवार हिंदू मंदिर का स्ट्रक्चर है. औरंगजेब के आदेश पर मंदिर तोड़ा गया. हिंदू मंदिर के अवशेष को कथित मस्जिद बनाने में इस्तेमाल किया गया.’

विष्णु शंकर जैन ने दावा किया, ‘एएसआई ने कहा है कि मस्जिद के विस्तार और सहन के निर्माण के लिए मौजूदा ढांचे में इस्तेमाल किए गए स्तंभों और प्लास्टर का व्यवस्थित और वैज्ञानिक रूप से अध्ययन किया गया था. स्तंभों और प्लास्टर सहित पहले से मौजूद मंदिरों के हिस्सों को थोड़े से संशोधनों के साथ पुन: उपयोग किया गया था. खंभे और प्लास्टर वे मूल रूप से पहले से मौजूद हिंदू मंदिर का हिस्सा थे. मौजूदा संरचना में उनके पुन: उपयोग के लिए, कमल पदक के दोनों ओर खुदी हुई व्याला आकृतियों को विकृत कर दिया गया था और कोनों से पत्थर हटाने के बाद, उस स्थान को पुष्प डिजाइन के साथ सजाया गया था.’

ज्ञानवापी का पश्चिमी दीवार मंदिर का हिस्सा
हिंदू पक्ष के वकील जैन ने दावा किया, ‘ज्ञानवापी में हुए ASI सर्वे में हिंदू देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां मिली हैं. 839 पन्नों की सर्वे रिपोर्ट में स्वास्तिक और नाग देवता के निशान मिलने की बात सामने आई है. ढांचे से पहले मंदिर होने की बात भी है. एएसआई ने कहा है कि मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था. यह एएसआई का निर्णायक निष्कर्ष है.’

मुस्लिम पक्ष को भी मिली ASI सर्वे की रिपोर्ट
मुस्लिम पक्ष के वकील अखलाक अहमद ने कहा, ‘मुस्लिम पक्ष को भी एएसआई सर्वे की रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट पढ़ने के बाद बयान देंगे.’

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