
THE BIKANER NEWS. राज्यभर में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग अब दिसम्बर तक टीचर्स की नई भर्ती नहीं कर सकेगा। ऐसे में इन स्कूलों में अब स्मार्ट बोर्ड के भरोसे ही पढ़ाई होगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं। राज्य के अधिकांश स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड और स्मार्ट टीवी पहुंच चुके हैं।
मिशन स्टार्ट के तहत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अगर किसी विषय का टीचर या लेक्चरर नहीं है तो वहां स्मार्ट बोर्ड और स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाएगी। क्लास 9 से 12 के स्टूडेंट्स के लिए हार्ड डिस्क उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसमें डिजिटल कंटेंट होगा। कक्षा छह से आठ तक के स्टूडेंट्स के लिए ई -कंटेंट उपलब्ध कराया जा रहा है। संबंधित स्कूल प्रिंसिपल डिजिटल क्लास के लिए टाइम टेबल बनाकर स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराएंगे कि कब-कब ये पढ़ाई होगी। इस दौरान ई-कंटेंट का भी अवलोकन किया जाएगा।
अधिकारी करेंगे निरीक्षण
जिन स्कूलों में डिजिटल क्लास के लिए स्मार्ट टीवी और स्मार्ट बोर्ड उपलब्ध हो चुके हैं, वहां अधिकारी सघन निरीक्षण करेंगे और पूरी रिपोर्ट तैयार करेंगे। हर अधिकारी सप्ताहभर में कम से कम पांच स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। अगर किसी स्कूल में संसाधन उपलब्ध नहीं है तो इसकी भी रिपोर्ट दी जाएगी। जिन स्कूल में स्मार्ट टीवी और स्मार्ट बोर्ड नहीं है तो स्कूल प्रिंसिपल भामाशाहों के माध्यम से प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।