पुत्री ने उतारा पिता को मौत के घाट,वजह जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

THE BIKANER NEWS नागौर ।करणु गांव में इच्छा के विरुद्ध सामूहिक सम्मेलन में विवाह तय करवाने से नाराज एक पुत्री ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया। घटना एक माह पुरानी बताई। पुलिस ने सारे मामले का फर्दाफाश करते हुए आरोपी पुत्री को गिरफ्तार कर लिया।आरोपी युवती ने अपने पिता की मौत के बाद उसके भाई ने आधा दर्जन लोगों पर हमला कर उसके पिता की हत्या करने का मामला पांचौड़ी पुलिस थाने में दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए सारे मामले का पर्दाफाश कर दिया। आरोपी पुत्री को जोधपुर के बिनावास गांव से गिरफ्तार किया। घटना 16 नवम्बर की रात्रि की बताई।पुत्री के हमले से घायल पिता को जोधपुर में भर्ती करवाया गया था। जहां ईलाज के दौरान 26 नवम्बर को मौत हो गई थी।
थाना प्रभारी राजमल कुमावत ने बताया कि गत 17 नवम्बर को जोधपुर जिले के कापरड़ा थाना क्षेत्र के बिनावास गांव निवासी सुरेश पुत्र बक्शाराम माली ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 16 नवम्बर की रात्रि में उसके पिता बक्शाराम पर पांच-सात लोगों ने जान से मारने की नीयत से हमला कर घायल कर दिया। बक्शाराम को पुलिस पांचौड़ी अस्पताल लेकर आई जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर रैफर कर दिया। ईलाज के दौरान 26 नवम्बर को बक्शाराम माली की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद सघन जांच की तो पता चला कि मृतक बक्शाराम अपनी पुत्री संजू का विवाह सामूहिक सम्मेलन में करवाना चाहता था। जबकि संजू इसका विरोध कर रही थी। उसने सामाजिक रिवाज से विवाह करने का दबाव बनाया, लेकिन बक्शाराम अपनी बात पर अड़े रहे तथा अगले दिन उसका विवाह तय करने के लिए जाने वाले थे। इससे पहले रात्रि में सभी लोग सो रहे थे इस दौरान संजू ने नींद में सो रहे बक्शाराम पर लाठी से ताबड़ तोड़ वार कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान संजू की मां की जाग हुई तो उसने आस-पास के लोगों को बुलाया तथा बक्शाराम को अस्पताल लेकर गए। पुलिस ने शनिवार को हत्या के आरोप में आरोपी संजू माली को जोधपुर के बिनावास से गिरफ्तार किया।बक्शाराम का परिवार यहां करणु में खेती का काम कर रहा था। मूल रूप से बिनावास निवासी बक्शाराम के चार पुत्रियां व दो पुत्र है। इनमें दो पुत्रियों का विवाह किया जा चुका है। वहीं बड़ी बेटी का फरवरी माह में विवाह तय था, लेकिन सामूहिक विवाह से नाराज संजू ने पिता पर जानलेवा हमला किया जिससे बक्शाराम की मौत हो गई, हालांकि बक्शाराम के पुत्र ने छह-सात लोगों पर जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज करवाया, लेकिन पुलिस ने सामंजस्य, फिल्ड इंटेलीजेंस तथा आसूचना संकलन से मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी संजू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में थानाधिकारी राजमल कुमावत, हैड कांस्टेबल मांगीलाल, शांति, बंशीलाल शामिल रहे।